हरियाणा पुलिस का कमाल, दुष्कर्म को दिखाया लड़ाई झगड़ा, 10 लाख में समझौता, 3 सस्पेंड
हरियाणा के कैथल में एएसआइ सहित तीन पुलिस कर्मचारी सस्पेंड कर दिए गए हैं। दुष्कर्म मामले को लड़ाई-झगड़े में तबदील कर दस लाख रुपये लेकर समझौता करवाने का आरोप लगा था। डीएसपी की जांच रिपोर्ट में तीनों पाए गए दोषी।
कैथल, जागरण संवाददाता। दुष्कर्म की शिकायत को लड़ाई झगड़े में तबदील कर 10 लाख रुपये में समझौता करवाने के मामले में दो सहायक उप-निरीक्षक सहित तीन को सस्पेंड किया गया है।
मामले में 27 अगस्त को शहर के अर्जुन नगर निवासी एक महिला ने सिटी थाना पुलिस में एक ब्लाक फैक्टरी संचालक के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत दी थी, लेकिन दोनों पुलिस कर्मचारियों ने इस शिकायत पर कार्रवाई करने की बजाय दोनों पक्षों को बुलाकर समझौता करवा दिया।
तीन लाख रुपये महिला को दिए
इसके बाद दुष्कर्म की शिकायत को वापस करवाकर दोबारा से लड़ाई-झगड़े की शिकायत थाना में दिलवाई और बाद में इस मामले में दस लाख रुपये में डील कर तीन लाख रुपये शिकायतकर्ता महिला को दे दिए और बाकि पैसे आपस में बांट लिए।
डीएसपी ने की जांच
मामला जब एसपी लोकेंद्र सिंह के संज्ञान में आया तो उन्होंने डीएसपी दलीप सिंह को जांच सौंपी। डीएसपी की जांच में एएसआइ राजकुमार व महिला एएसआइ सुदेश की लापरवाही सामने आई। वहीं पूंडरी पुलिस थाना में कार्यरत एचसी दलबीर सिंह की भूमिका भी मिली।
डीएसपी ने जांच कर एसपी को दी थी रिपोर्ट
इस मामले में डीएसपी दलीप सिंह ने जांच कर रिपोर्ट एसपी को दी। इसमें शहर के अर्जुन नगर निवासी एक महिला ने ब्लाक फैक्ट्री संचालक सुशील लाला के खिलाफ सिटी पुलिस थाना में शिकायत दी थी। आरोप था कि फैक्ट्री मालिक ने उसे 27 अगस्त की रात को फैक्ट्री में काम के बहाने बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म किया। इस मामले में कार्रवाई को लेकर एएसआइ राजकुमार व महिला एएसआइ सुदेश को जांच अधिकारी नियुक्त किया।
लड़ाई झगड़े की शिकायत दिलवाई
दोनों ने महिला विरुद्ध अपराध में कार्रवाई करने की बजाय 10 लाख रुपये में डील कर ली। तीन लाख रुपये शिकायतकर्ता महिला को दे दिए। मामले में पैसों का लेनदेन महिला एएसआइ सुमन के पति पट्टी अफगान निवासी धर्मवीर के माध्यम से हुआ। बाद में दुष्कर्म की शिकायत को लड़ाई-झगड़ा बताते हुए दूसरी शिकायत महिला से दिलवाई गई।
ये मामला दर्ज करवाया था
इस शिकायत अनुसार महिला ने आरोप लगाया कि वह 27 अगस्त को फैक्ट्री के ठेकेदार सुशील कुमार के पास काम मांगने गई थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया और उसके साथ गाली-गलौच करते हुए धक्का देकर गलत व्यवहार किया। बाद में इस मामले में दोनों पक्षों का समझौता करवा दिया।
दुष्कर्म मामले में तुरंत कार्रवाई करने की बजाय केस को लंबित कर दस लाख रुपये में समझौता करवाया गया। इस मामले में दो एएसआइ सहित तीन को सस्पेंड कर केस दर्ज कर लिया है। इसमें भ्रष्टाचार की धारा को भी जोड़ा जाएगा।
लोकेंद्र सिंह, एसपी, कैथल।