Paddy Procurement: धान खरीद के लिए तीन दिन शेष, अब तक 3 लाख 32 हजार क्विंटल की खरीद

धान खरीद का कार्य अनाज मंडियों में नियमित रूप से चल रहा है। अंबाला दिल्ली नेशनल हाईवे पर स्थित नई अनाज मंडी छावनी में किसानों से गेट पास के बाद मंडी में पहुंचने वाले धान की नमी नापने के बाद खरीद एजेंसी हैफेड और खाद्य आपूर्ति विभाग बोली कराती है।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Fri, 12 Nov 2021 06:50 PM (IST) Updated:Fri, 12 Nov 2021 06:50 PM (IST)
Paddy Procurement: धान खरीद के लिए तीन दिन शेष, अब तक 3 लाख 32 हजार क्विंटल की खरीद
शेड्यूल के अनुसार अंबाला में 15 नवंबर को समाप्त होगा धान खरीद सत्र।

अंबाला, जागरण संवाददाता। अंबाला में धान खरीद सरकारी शेड्यूल के मुताबिक शुरू हुआ और अब तक 3 लाख 32 हजार कुंटल की खरीद हुई। अब यह खरीद सत्र समाप्त होने में मात्र तीन दिन शेष बचे हैं। जबकि पिछले साल हुई धान खरीद सत्र में कैंट की नई अनाज मंडी में 4 लाख 2 हजार कुंटल हैफेड और खाद्य आपूर्ति विभाग ने खरीदे थे। इस तरह अगर देखा जाए तो पिछले साल की तुलना में किसानों के खेतों में अधिक पैदावार हुआ और मंडी में धान की आवक कम ही रही।

नियमित रूप से चल रहा है कार्य

धान खरीद का कार्य अनाज मंडियों में नियमित रूप से चल रहा है। अंबाला दिल्ली नेशनल हाईवे पर स्थित नई अनाज मंडी छावनी में किसानों से गेट पास के बाद मंडी में पहुंचने वाले धान की नमी नापने के बाद खरीद एजेंसी हैफेड और खाद्य आपूर्ति विभाग बोली कराती है। बोली में धान की गुणवत्ता के अनुसार उसका सरकारी दर निर्धारित होता है। दर निर्धारित होने के बाद उसका उठान संबंधी एजेंसी को कराने की जिम्मेदारी होती है। पिछले वर्ष छावनी की नई अनाज मंडी में 4 लाख 2 हजार कुंटल धान की खरीद हुई थी, जबकि इसबार अभी तक महज 3 लाख 32 हजार कुंटल धान की खरीद हो सकी है।

इस बार ज्यादा हुई पैदावार

सरकारी दावों को देखा जाए तो पिछली बार खेतों में आमतौर पर प्रति एकड़ करीब 25 कुंटल धान की पैदावार हुई थी, जबकि इस बार तो करीब 32 कुंटल तक हुई है। ऐसे में अधिक पैदावार होने के बावजूद मंडी में फसल का कम आना एक रहस्य बना है। वहीं मार्केट कमेटी की तर्क है कि किसान जिले की किसी भी मंडी में अपनी फसल बेच सकता है, हो सकता है कि दूसरी मंडियों में अंबाला छावनी के किसानों की धान पहुंचा हो।

किसानों के सामने होती है फसल की बोली

मार्केट कमेटी सचिव नीरज भारद्वाज ने बताया कि मंडी में गेट पास के अनुसार आने वाली धान की फसल बोली के आधार पर कराई जा रही है। यहां किसानों के सामने उसकी फसल की बोली होती है। अब तक करीब 3 लाख 32 हजार कुंटल धान की खरीद हो चुकी है।

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