थैलेसीमिया से ग्रस्त बच्चों के इलाज में नहीं रहेगी कोई कमी : संजय भाटिया

पानीपत थैलेसीमिया वेलफेयर सोसाइटी की ओर से सेक्टर 25 स्थित एक होटल में निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया। करनाल लोकसभा सीट से सांसद संजय भाटिया ने रिबन काटकर शिविर का शुभारंभ किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 08:04 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 08:04 PM (IST)
थैलेसीमिया से ग्रस्त बच्चों के इलाज में नहीं रहेगी कोई कमी : संजय भाटिया
थैलेसीमिया से ग्रस्त बच्चों के इलाज में नहीं रहेगी कोई कमी : संजय भाटिया

जागरण संवाददाता, पानीपत : पानीपत थैलेसीमिया वेलफेयर सोसाइटी की ओर से सेक्टर 25 स्थित एक होटल में निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया। करनाल लोकसभा सीट से सांसद संजय भाटिया ने रिबन काटकर शिविर का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि थैलेसीमिया से ग्रस्त बच्चों के इलाज में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।

पानीपत शहर विधायक प्रमोद विज ने कहा कि रोग से ग्रस्त बच्चों को रक्त चढ़ाने के लिए ल्यूको फिल्टर की जरूरत पड़ती है। उनके कार्यालय से उपलब्ध कराए जा रहे हैं, आगे भी ऐसी मदद जारी रहेगी। राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट से आए डा. दिनेश भूरानी ने 75 बच्चों का चेकअप किया। उन्होंने कहा कि सोसाइटी ने सितंबर में एक कैंप लगाया था। उसमें रोग ग्रस्त बच्चों और दानदाताओं का बोन मैरो मिलान किया गया था। उस शिविर में चार का मिलान होना बड़े सौभाग्य की बात रही। सिविल अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. अमित पोरिया ने कहा कि अस्पताल में रोग ग्रस्त बच्चों के लिए विशेष वार्ड तैयार किया गया है।

ल्यूको फिल्टर के विषय में भी उच्चाधिकारियों से बात की जाएगी। इस मौके पर भाजपा की जिला अध्यक्ष डा.अर्चना गुप्ता, सोसाइटी के प्रधान विक्रांत महाजन, सोहन सिंह, शिवानी चावला, जतिन मक्कड़, दलजीत, कुनाल, सोनिया मौजूद रहे। बता दें कि जिला में थैलेसीमिया से ग्रस्त करीब 100 बच्चे हैं। यह है ल्यूको फिल्टर

ल्यूको फिल्टर, थैलेसीमिया मरीज को आदर्श रक्त चढ़ाने के काम आता है। खून से श्वेत रक्त कणिकाओं (डब्ल्यूबीसी) को अलग कर देता है। बता दें कि मरीज के शरीर में अतिरिक्त डब्ल्यूबीसी पहुंचने से उन्हें दिक्कत हो सकती है। ऐसे हो रहा है बच्चों का इलाज

विधायक प्रमोद विज के कार्यालय से ल्यूको फिल्टर मिल रहे हैं। जिला रेडक्रास सोसाइटी से इन बच्चों को निशुल्क रक्त मिलता है। सिविल अस्पताल में रक्त चढ़ाया जाता है, दवा मिलती है।

थैलेसीमिया के लक्षण

- थकान, कमजोरी

- शिशु के नाखून-जीभ पीले पड़ना

- बच्चे के जबड़े-गाल का असामान्य होना

- अपनी उम्र से छोटा लगना

- चेहरा सूखा हुआ रहना

- वजन का न बढ़ना

- सांस लेने में तकलीफ होना

- पीलिया होने का भ्रम होना

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