यमुनानगर में बिजली निगम को चपत, औद्योगिक क्षेत्र में लगे के ट्रांसफार्मर की वाल्व काट 500 लीटर तेल चोरी

यमुनानगर में चोरी की वारदात बढ़ रही हैं। यमुनानगर में चोरों ने बिजली निगम को चपत लगा दी। औद्योगिक क्षेत्र में लगे के ट्रांसफार्मर की वाल्व काटकर चोरों ने 500 लीटर तेल चोरी कर लिया। पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 05:38 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 05:38 PM (IST)
यमुनानगर में बिजली निगम को चपत, औद्योगिक क्षेत्र में लगे के ट्रांसफार्मर की वाल्व काट 500 लीटर तेल चोरी
यमुनानगर में तेल चोरी की घटना सीसीटीवी में कैद।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। मकानों से लेकर अब सार्वजनिक स्थानों पर लगे बिजली के ट्रांसफार्मर तक सुरक्षित नहीं हैं। ट्रांसफार्मरों के उपकरण चोरों के निशाने पर हैं। औद्याेगिक क्षेत्र में लगे बिजली निगम के ट्रांसफार्मर का तो तेल ही चोरी कर लिया गया। करीब 500 लीटर तेल चोरी किया गया। सुबह जब कर्मी चेकिंग पर पहुंचे, तो वारदात का पता लगा। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, तो उसमें पता लगा कि ट्रक लेकर दो युवक आए थे। जिन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल जेई की ओर से मामले की शिकायत पुलिस को दी गई है।

औद्योगिक क्षेत्र यमुनानगर में स्टेट बैंक आफ इंडिया की शाखा के सामने बिजली निगम का ट्रांसफार्मर लगा हुआ है। सुबह यहां पर बिजली निगम के कर्मचारी चेकिंग के लिए पहुंचे, तो ट्रांसफार्मर के नीचे तेल बिखरा हुअा था। जब ट्रांसफार्मर की जांच की, तो पता लगा कि वाल्व काटी गई है। जिससे तेल चोरी हुआ है। इसके बाद अधिकारियों को सूचना दी गई। बिजली निगम के जेई जसविंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे और जांच की। बाद में कर्मियों ने वाल्व को ठीक कराया और दोबारा से तेल डालकर आपूर्ति सुचारु कराई।

630 केवी का लगा है ट्रांसफार्मर

तेल चोरी करने के लिए आए युवक बेहद शातिर थे। वह ट्रक लेकर आए थे और आरी से ट्रांसफार्मर की वाल्व काटी। जिस ट्रांसफार्मर से चोरी हुआ। वह 630 केवी का है। इसमें करीब 500 लीटर तेल आता है। बिजली कर्मियों के मुताबिक, एक लीटर तेल की कीमत करीब 150 रुपये है।

पहले भी हो चुके उपकरण चोरी 

ट्रांसफार्मरों से उपकरण चोरी करने वाला गिरोह क्षेत्र में सक्रिय है। ट्यूबवेलों पर लगे बिजली निगम के ट्रांसफार्मरों से उपकरण चोरी किए जा रहे हैं। बिजली निगम की ओर से ऐसे मामलों में केस दर्ज कराया जाता है। एक साल पहले भी सीआइए की टीमों ने बिजली उपकरण चलने वाले गिरोह को पकड़ा था। जिनके कब्जे से उपकरण भी बरामद हुए थे।

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