निगम में बढ़ते फरियादी, अब तो दफ्तर भी छोटा पड़ने लगा

नगर निगम कार्यालय में दिनभर फरियादी पहुंचते रहे। शनिवार व रविवार दो दिन छुट्टी के होने के कारण शुक्रवार को कार्यालय में भारी भीड़ उमड़ गई। इस दौरान जहां घुमंतू जाति के लोगों ने सुविधाओं को लेकर गुहार लगाई तो वहीं ईएसआइ अस्पताल के आउटसोर्स पर लगे कर्मचारियों को हटाए जाने पर समाधान की मांग की गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 11:03 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 11:03 PM (IST)
निगम में बढ़ते फरियादी, अब तो दफ्तर भी छोटा पड़ने लगा
निगम में बढ़ते फरियादी, अब तो दफ्तर भी छोटा पड़ने लगा

जागरण संवाददाता, पानीपत : नगर निगम कार्यालय में दिनभर फरियादी पहुंचते रहे। शनिवार व रविवार दो दिन छुट्टी के होने के कारण शुक्रवार को कार्यालय में भारी भीड़ उमड़ गई। इस दौरान जहां घुमंतू जाति के लोगों ने सुविधाओं को लेकर गुहार लगाई तो वहीं ईएसआइ अस्पताल के आउटसोर्स पर लगे कर्मचारियों को हटाए जाने पर समाधान की मांग की गई। कार्यालय छोटा पड़ गया और समस्याएं सुनने के लिए बाहर भी जाना पड़ गया। शुक्रवार को जब सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट कार्यालय से बाहर गए हुए थे, तो कार्यालय के बाहर काफी अव्यवस्था का माहौल बन गया। केस नंबर 1 :

महाराजा रणजीत सिंह सांसी समाज कल्याण संघ और विमुक्त घुमंतू जनजाति कल्याण संघ के प्रतिनिधियों की तरफ से इंद्रजीत सिंह ने बताया कि प्रदेश के सिरकीबंद बावरियां, साहसी, सिकलीगर, गाड़ियालोहार, बाजीगर, बंजारा व नट जैसी 25 जन जातियां हैं। इन सभी जातियों के लोगों को बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र और रिहायशी प्रमाण पत्र बनवाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इनकी पहचान विधायक, सांसद व मेयर कर रहे है। इसके बाद भी इनके प्रमाणपत्र नहीं बन रहे। चुनाव के समय वोट मान्य है तो इनके कामकाज भी नहीं रूकने चाहिए। केस नंबर 2 :

ईएसआइ अस्पताल में आउटसोर्स पर लगे कर्मचारियों को हटाए जाने पर शुक्रवार को सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट को ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों ने बताया कि दो माह से बिना वेतन के ही काम कर रहे है और अब काम किए के पैसे भी नहीं मिल रहे। रोहित, आकाश, मुकेश, सुंदर, धर्मबीर, मोहन, सुनिता, मोहनलाल व विक्की ने बताया कि पिछले कई सालों से ईएसआई अस्पताल में आउटसोर्स के तौर पर काम कर रहे है। लेकिन अब बिना किसी कारण के ही हटा दिया गया और काम करने के भी पैसे नहीं दिए जा रहे। मांग कि युवा कौशल विकास की तरफ से दोबारा लगाया जाए। कार्यालय छोटा पड़ने में आ रही दिक्कत

सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट ने जागरण से बातचीत में बताया कि लोगों की सुबह से ही कार्यालय में भीड़ उमड़ने लगती है। सरकार ने जो कार्यालय दे रखा है, उसी से काम चलाया जा रहा है। कार्यालय छोटा पड़ने में दिक्कत आ रही है। घुमंतू जाति के लोगों के समाधान व ईएसआइ अस्पताल के आउटसोर्स कर्मचारियों की समस्या के समाधान के लिए सांसद संजय भाटिया को पत्र भेजा गया है।

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