सिविल अस्पताल में जनसेवा दल नहीं बांटेगा भोजन, सवाल..मरीजों का पेट कैसे भरे

जनसेवा दल अब सिविल अस्पताल में भर्ती मरीजों को पका हुआ भोजन नहीं बांटेगा। मंगलवार को दाल में छिपकली मिलने और चार मरीजों की तबियत खराब होने के बाद अस्पताल प्रशासन ने भोजन वितरण पर रोक लगा दी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Nov 2021 07:55 PM (IST) Updated:Wed, 17 Nov 2021 07:55 PM (IST)
सिविल अस्पताल में जनसेवा दल नहीं बांटेगा भोजन, सवाल..मरीजों का पेट कैसे भरे
सिविल अस्पताल में जनसेवा दल नहीं बांटेगा भोजन, सवाल..मरीजों का पेट कैसे भरे

जागरण संवाददाता, पानीपत : जनसेवा दल अब सिविल अस्पताल में भर्ती मरीजों को पका हुआ भोजन नहीं बांटेगा। मंगलवार को दाल में छिपकली मिलने और चार मरीजों की तबियत खराब होने के बाद अस्पताल प्रशासन ने भोजन वितरण पर रोक लगा दी है। अब सवाल यह है कि भर्ती मरीजों का पेट कैसे भरेगा। अस्पताल में किचन नहीं है, मरीजों को दो समय के नाश्ता-भोजन के लिए सरकार से बजट भी नहीं मिल रहा है।

सिविल अस्पताल स्थित इमरजेंसी वार्ड, बर्न वार्ड, डेंगू वार्ड, मेल-फीमेल वार्ड में औसतन 70-80 मरीज भर्ती रहते हैं। जनसेवा दल के सदस्य करीब चार दशक से मरीजों को भोजन खिलाते रहे हैं। बीच-बीच में अन्य संस्थाएं भी आगे आती रही हैं। मंगलवार को भी मरीजों-तीमारदारों को खाने के लिए दाल, रोटी और चावल दिया गया था। अस्पताल के तृतीय तल पर भर्ती, बुखार से पीड़ित कश्यप कालोनी वासी केला देवी, उनकी भतीजी कोमल और गांव रेरकलां निवासी लव शर्मा ने भी भोजन खाया। दाल में मृत छिपकली मिली तो हंगामा मच गया। कुछ देर बाद तीनों को उल्टी लग गई। सूचना नर्सिंग स्टाफ को दी गई, जिसके बाद जनसेवा दल के सदस्यों को दूसरे मरीजों को भोजन न बांटने के निर्देश दिए।

प्रिंसिपल मेडिकल आफिसर डा. संजीव ग्रोवर (फिजिशियन), कंसल्टेंट डा. जितेंद्र त्यागी और डिप्टी एमएस डा. अमित पोरिया भी मरीजों के पास पहुंचे। कुछ देर बाद ही तीनों की स्थिति सामान्य हो गई। इसके बावजूद चिकित्सक शाम तक तीनों के स्वास्थ्य पर नजर बनाए रहे थे। जांच कमेटी गठित

पीएमओ डा. संजीव ग्रोवर ने बताया कि मामले की जांच डा. अमित पोरिया, डा. विरेंद्र ढांडा और आहार विशेषज्ञ रिपी तागरा कर रहे हैं। जनसेवा दल को मरीजों की सेवा करनी है तो फल, बिस्किट बांट सकते हैं। दल के पदाधिकारियों को यह निर्देश जारी भी कर दिए हैं। फिलहाल जच्चा को भोजन

प्रसूति वार्ड में भर्ती गर्भवती और जच्चा को अस्पताल की ओर से भोजन मुहैया कराया जा रहा है। इसके लिए बजट भी मिलता है। इनके भोजन के लिए भी ठेका दिया हुआ है। बाकी वार्डाें में भर्ती मरीजों के भोजन-नाश्ते के लिए सरकार से बजट नहीं मिलता। ऐसे में मरीजों को होटल से दोनों समय का भोजन-नाश्ता मंगाना पड़ेगा। आर्थिक तंगी के शिकार मरीजों-तीमारदारों के लिए यह मुश्किल होगा। किचन में वैक्सीन स्टोर

सिविल अस्पताल की ड्राइंग में ग्राउंड फ्लोर पर किचन का स्थान है। इस जगह को वैक्सीन स्टोर के लिए दे दिया गया है। कुछ माह पहले महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा कार्यालय से प्रतिनिधि सिविल सर्जन और प्रिसिपल मेडिकल आफिसर से मिले थे। किचन शुरू करने पर चर्चा हुई थी, नतीजा ढाक के तीन पात जैसा है। पीएमओ से मिलेंगे

जनसेवा दल के सचिव चमन गुलाटी ने बताया कि दाल में छिपकली नहीं थी, मरीजों के बर्तनों में रही होगी। जल्द पीएमओ से मिलेंगे। वो कच्चा राशन या फल वितरण को कहेंगे तो पालना करेंगे। गुलाटी ने कहा कि अस्पताल प्रशासन के एक आदेश से बुधवार को कई मरीज भूखे रहे हैं।

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