बैठक में हंगामे का असर, शाम पांच बजे नगर निगम में सन्नाटा

पानीपत नगर निगम में पांच बजे के बाद सन्नाटा छा गया। दो दिन पहले मेयर ने शाम को छह बजे निगम कर्मियों को दलालों के साथ काम करते हुए पकड़ा था।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 06:54 AM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 06:54 AM (IST)
बैठक में हंगामे का असर, शाम पांच बजे नगर निगम में सन्नाटा
बैठक में हंगामे का असर, शाम पांच बजे नगर निगम में सन्नाटा

जागरण संवाददाता, पानीपत : अपने सदन की बैठक भी न चला सकी शहर की मजबूर सरकार वीरवार को पार्टी हाईकमान तक अपना दुखड़ा सुना आई। मेयर अवनीत कौर के साथ कुछ पार्षद भी प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ के पास चंडीगढ़ में पहुंच गए। इस बीच, पानीपत नगर निगम में पांच बजे के बाद सन्नाटा छा गया। दो दिन पहले मेयर ने शाम को छह बजे निगम कर्मियों को दलालों के साथ काम करते हुए पकड़ा था। सदन हाउस की बैठक में इसी पर हंगामा हुआ था। पार्षदों के सवाल पर सवाल दागे जाने पर कमिश्नर डा.मनोज ने सदन की बैठक बीच में छोड़कर चले गए थे। इधर, दलालों के खिलाफ दूसरे दिन भी पुलिस के शिकायत नहीं दी गई। हालांकि निगम कमिश्नर ने इतना जरूर कहा कि प्रक्रिया शुरू हो गई है।

वीरवार को चंडीगढ़ में प्रदेश के मेयरों की पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने बैठक बुलाई थी। बैठक में पानीपत के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट, डिप्टी मेयर रवींद्र फुले, पार्षद अतर सिंह रावल, शिवकुमार शर्मा, पवन गोगलिया, अनिल बजाज भी पहुंचे। बैठक में ही मेयर अवनीत कौर ने नगर हाउस में बुधवार के घटनाक्रम के बारे में बताया। आयुक्त के बैठक छोड़ने के बाद चली बैठक की प्रोसिडिग व पास किए गए प्रस्ताव की जानकारी दी। बैठक में निकाय मंत्री अनिल विज भी मौजूद थे। उन्होंने भी इस पूरे प्रकरण पर हैरानी जताई और आश्वासन दिया कि वह कार्रवाई करेंगे। अनिल बजाज ने बताया कि उन्होंने मंत्री को शिकायत सौंपी। विज ने आश्वासन दिया कि उनकी शिकायत सीएम को सौंपी जाएगी।

दहशत का रहा माहौल

निगम ने दूसरे दिन कर्मचारियों में दहशत का माहौल रहा। कर्मचारियों को कार्रवाई का भय है। दिन भर निगम में हाउस की बैठक की चर्चा बनी रही। सभी का ध्यान अगली कार्रवाई पर लगा हुआ था। आयुक्त ने उस कर्मचारी को भी बुलाया, जिसने पार्षद पवन गोगलिया के खिलाफ मारपीट की शिकायत दी हुई है।

बिल ठीक करवाने पहुंचे पार्षद

वीरवार को भी पार्षद अपने वार्ड की फाइल लेकर बिल ठीक करवाने के लिए पहुंचे। सुबह से ही लोगों की भीड़ लगी रही। चौथी मंजिल पर कार्यालय होने के कारण लोग हांफते रहे।

चीफ इंजीनियर ड्यूटी पर आए

हाउस की मीटिग में चीफ इंजीनियर महीपाल नहीं आए थे। वीरवार को वे ड्यूटी पर पहुंच गए। पार्षद लोकेश नांगरू ने कहा कि हाउस की मीटिग से एक दिन पहले चीफ इंजीनियर ड्यूटी पर थे। मीटिग वाले दिन वे बीमार हो गए। अगले दिन फिर से आ गए। मीटिग का सामना नहीं कर सके।

सीएम के संज्ञान में डाला मामला

निबरी में कूड़ा अलग करने के टेंडर में व्याप्त खामियों को मामला सीएम के संज्ञान में डाल दिया गया है। पार्षद लोकेश नांगरू ने कहा कि इस टेंडर को रद कराएंगे। नए सिरे से ही टेंडर होने देंगे। वर्कआर्डर के मुताबिक कार्य नहीं होने की शिकायत सीएम को दी जा चुकी है। मामले को लेकर पार्षद जल्द ही एनजीटी के अधिकारियों से मिलेंगे। इसके लिए समय लिया जा रहा है।

इंटरनेट मीडिया पर 36 की सूची

जिन तीन दलालों के नाम सामने आए उनमें से एक ने 36 दलालों की सूची जारी कर दी। इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई। इस सूची में पार्षद पति का नाम भी शामिल है। हालांकि यह सूची केवल ध्यान भटकाने के लिए वायरल की गई है। जागरण इनसाइड : एक पत्र पर हस्ताक्षर की मुहिम, कुछ पीछे हटे

अब एक पत्र तैयार किया गया है। इस पत्र पर हस्ताक्षर के लिए वीरवार को प्रयास किए गए। चूंकि मेयर और कुछ पार्षद चंडीगढ़ गए थे, इस वजह से हस्ताक्षर अभियान सफल नहीं हो सका। अब शुक्रवार से पार्षदों के पास जाकर हस्ताक्षर कराए जाएंगे। इसमें निगम कमिश्नर के खिलाफ कार्रवाई के लिए अनुशंसा की गई है। एक दिन पहले तक मुखर रहे कुछ पार्षद इस पर हस्ताक्षर करने से पीछे हट रहे हैं। खासकर, विधायक प्रमोद विज के नजदीकी पार्षद हस्ताक्षर नहीं करेंगे। ऐसी भी चर्चा रही कि एक नेता ने फोन करके पार्षदों से कहा है कि हस्ताक्षर नहीं करने। वैसे, हाउस की बैठक में ही लोकेश नांगरू ने एक कागज पर हस्ताक्षर करा लिए थे, उसे भी काम में लाया जा सकता है।

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