फंड के लिए नगरपालिका पर मोहताज नहीं होगा फायर ब्रिगेड, मिलेगी पहचान
अग्निशमन सेवा को अलग विभाग का दर्जा मिलने से अब यह नगरपालिका का मोहताज नहीं होगा। अधिकारी और कर्मचारियों को ट्रेजरी से वेतन मिलेगा। डीजल व मरम्मत के लिए फंड का इंतजार नहीं करना होगा। सरकार हर साल विभाग के लिए फंड का आबंटन करेगी।
जागरण संवाददाता, समालखा : अग्निशमन सेवा को अलग विभाग का दर्जा मिलने से अब यह नगरपालिका का मोहताज नहीं होगा। अधिकारी और कर्मचारियों को ट्रेजरी से वेतन मिलेगा। डीजल व मरम्मत के लिए फंड का इंतजार नहीं करना होगा। सरकार हर साल विभाग के लिए फंड का आबंटन करेगी। डीएमसी और जिला फायर अधिकारी की देखरेख में यह सब कुछ होगा। विभाग को 112 डायल से जोड़ा जाएगा। टैक्स भी आनलाइन भरने की सुविधा मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि फायर ब्रिगेड पहले नगरपालिका के अधीन था। कर्मचारियों को वेतन-भत्ते यहीं से मिलता था। दमकल मरम्मत, डीजल व उपकरण की खरीद के लिए भी पालिका की पूर्व अनुमति लेनी पड़ती थी। मंजूरी और पैसे की निकासी तक इंतजार करना होता था। अधिकारियों के पद खाली रहने और अतिरिक्त के पास चार्ज होने से बिल पास होने में महीनों लग जाते थे। सैलरी भी समय पर नहीं मिल पाती थी। कर्मचारियों का बढ़ेगा हौसला
जिला फायर आफिसर यादवेंद्र सिंह ने बताया कि इससे कर्मचारियों का हौसला बढ़ेगा। अलग विभाग बनने से फायर कर्मियों की दूसरे पर वित्तीय निर्भरता समाप्त हो गई है। विभाग में जरूरी उपकरणों की कमी नहीं रहेगी। वाहन मरम्मत से लेकर डीजल के लिए अपने पास फंड होगा। ट्रेजरी से समय पर सैलरी मिलेगी। कस्बा सहित 32 गांवों की जिम्मेदारी
समालखा प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि तीनों शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी लगती है। दो दमकल सहित एक बाइक यहां हैं। कस्बे सहित 32 गांव में आगजनी से निपटने की जिम्मेदारी है। वित्तीय मजबूती मिलने से सभी को फायदा मिलेगा। अब 112 नंबर से फायर भी जुड़ेगा। एक साथ पुलिस, एंबुलेस और फायर की बेहतर सुविधा लोगों को मिल सकेगी। विभाग की साइट पर लोग फायर टैक्स भी सीधे जमा कर सकेंगे।