पानीपत के किसानों ने बचाया दो सौ करोड़ लीटर पानी

एक अनुमान के अनुसार करीब दो सौ करोड़ लीटर पानी इससे बचा है। कृषि विभाग के उपनिदेशक डा.वीरेंद्र आर्य का कहना है कि आगे भी किसानों को जागरूक करेंगे। अभी योजना की शुरुआत हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Jan 2021 07:02 AM (IST) Updated:Fri, 08 Jan 2021 07:02 AM (IST)
पानीपत के किसानों ने बचाया दो सौ करोड़ लीटर पानी
पानीपत के किसानों ने बचाया दो सौ करोड़ लीटर पानी

रामकुमार कौशिक, पानीपत

गिरते भूजल को बचाने के लिए किसान आगे आए हैं। सरकार के आह्वान पर पानीपत जिले के 600 से ज्यादा किसानों ने पहली बार 300 हेक्टेयर से अधिक रकबे में धान (अत्यधिक पानी की लागत वाली फसल) की खेती छोड़ मक्का, दाल, कपास व बाजरे के अलावा बागवानी (सब्जियां, फल, फूल व मसाले) की खेती को अपनाया। अब उक्त किसानों को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से प्रोत्साहन राशि की दूसरी किस्त (पांच हजार रुपये) भी जारी कर दी गई है। 2 हजार रुपये प्रति एकड़ की प्रथम किस्त फसल की बिजाई की वेरीफकेशन के बाद दी जा चुकी है। एक अनुमान के अनुसार करीब दो सौ करोड़ लीटर पानी इससे बचा है। कृषि विभाग के उपनिदेशक डा.वीरेंद्र आर्य का कहना है कि आगे भी किसानों को जागरूक करेंगे। अभी योजना की शुरुआत हुई है। धीरे-धीरे सभी किसान इसे अपनाने लगेंगे तो बड़ा बदलाव आ जाएगा।

पानीपत के दो ब्लॉक डार्क जोन का हिस्सा

प्रदेश का कुछ हिस्सा डार्क जोन में है। 36 ब्लॉक ऐसे हैं, जहां पिछले 12 वर्षो में भू-जल स्तर में पानी की गिरावट दोगुनी हुई है अर्थात जहां पानी की गहराई 20 मीटर थी, वह आज 40 मीटर हो गई है। 40 मीटर से ज्यादा गहराई वाले 19 ब्लॉक हैं, लेकिन 11 ब्लॉक ऐसे हैं, जिसमें धान की फसल नहीं होती है। 8 ब्लॉक रतिया, सीवान, गुहला, पीपली, शाहबाद, बबैन, ईस्माइलाबाद व सिरसा ऐसे हैं जहां भू-जल स्तर की गहराई 40 मीटर से ज्यादा है और धान की बिजाई होती है, ऐसे ही क्षेत्रों को इस योजना में शामिल किया गया है। पानीपत जिले की बात करें तो बापौली व समालखा ब्लॉक डार्क जोन का हिस्सा हैं। प्रथम स्टेज में सत्यापित किसान

फसल किसान

बाजरा 220

मक्का 151

दाल 11

कपास 37

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पहले चरण में इतनी जमीन चिह्नित हुई

58 फीसद जमीन पर बाजरा की फसल लगाई

32 फीसद जमीन पर मक्का लगाया

07 फीसद पर कपास लगाई

3 फीसद पर दाल लगाई

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प्रथम चरण में कितनी मिली राशि

फसल मिलने वाली राशि

बाजरा- 8,75,569 लाख

मक्का - 4,90,772 लाख

दाल - 34,654 हजार

कपास - 1,07,226 लाख

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इतने किसानों ने असल में फसल लगाई

फसल किसान

बाजरा 116

मक्का 50

दाल 08

कपास 13

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दूसरे चरण में इतनी जमीन पर फसल लगी

68 फीसद जमीन पर बाजरा हुआ

23 फीसद जमीन पर मक्का हुआ

05 फीसद पर कपास लगा

04 फीसद पर दाल लगाई

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द्वितीय स्टेज पर कितनी मिली राशि

फसल मिलने वाली राशि

बाजरा- 12,42,448 लाख

मक्का - 4,01,598 लाख

दाल - 64,190 हजार

कपास - 1,03,057 लाख

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यह भी जानें

419 किसानों के खेत में पहले चरण में धान के अलावा अन्य फसल की बिजाई हुई मिली

187 किसानों के खेत में फसल पकी मिली दूसरे चरण की रिपोर्ट अनुसार

160 किसानों के 170 हेक्टेयर में मिली बागवानी फसल

01 किलो चावल पैदा करने पर खर्च होता है 5 हजार लीटर पानी

20 क्विंटल धान उपजती है एक एकड़ में, 13 क्विंटल निकलता है चावल

06 मई 2020 को शुरु की गई थी मेरा पानी, मेरी विरासत योजना

02 हजार रुपये वेरीफिकेशन के बाद मिलते हैं

05 हजार की दूसरी किस्त फसल पककर तैयार होने पर मिलती है

301 हेक्टेयर जमीन पहले चरण में चिह्नित हुई

144 हेक्टेयर पर धान के अलावा अन्य फसल उपजाई गई

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