कमिश्नर को सौंपी चार एलईडी ठेकेदार तक ठीक नहीं कर पाए, तीन दिन की और ले गए मोहल्लत
नगर निगम के ठेकेदार शहर की स्ट्रीट लाइट और एलईडी की मरम्मत कर चालू करने को तैयार नहीं हो रहे हैं। तीन दिन नोटिस की अवधि पूरी होने के बाद भी शहर की एक भी सड़क आदर्श नहीं बनाई जा सकी है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : नगर निगम के ठेकेदार शहर की स्ट्रीट लाइट और एलईडी की मरम्मत कर चालू करने को तैयार नहीं हो रहे हैं। तीन दिन नोटिस की अवधि पूरी होने के बाद भी शहर की एक भी सड़क आदर्श नहीं बनाई जा सकी है। ठेकेदारों की कामचोरी इतनी है कि भाजपा के युवा नेता हिमांशु शर्मा के प्रदर्शन के दौरान कमिश्नर को सौंपी चार एलईडी की भी मेंटेनेंस नहीं कर सके। ठेकेदार शुक्रवार को कमिश्नर से मिलकर तीन दिन का समय और ले गए।
हिमांशु शर्मा ने बताया कि निगम अधिकारियों को अनदेखी के बाद एलईडी सफेद कपड़े में बांधकर निगम कमिश्नर ओमप्रकाश को पांच दिन पहले सौंपी थी। कमिश्नर ने चारों कंपनियों को नोटिस जारी कर दिए, लेकिन तीन दिन बाद भी स्ट्रीट लाइट ठीक नहीं की जा सकी हैं। यहीं नहीं उनकी सौंपी एलईडी तक को अधिकारी जांच नहीं करा पाए हैं। ऐसे में शहरवासी उम्मीद कैसे कर सकते हैं? जबकि ठेकेदार की दो से तीन साल की गारंटी होती है। अधिकारी ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने से झिझक महसूस कर रहे हैं। उन्होंने ठेकेदारों की सिक्योरिटी राशि तुरंत जब्त करने की मांग की है। नौ करोड़ की लाइटें लगने के बाद भी अंधेरा
युवा नेता हिमांशु शर्मा ने बताया कि शहर में पिछले एक साल में नौ करोड़ रुपये की स्ट्रीट लाइट और एलईडी लग चुकी हैं। इतने में पानीपत में दीपावली जैसा माहौल होना चाहिए था। लेकिन यहां पर किसी एक सड़क की सभी लाइटें नहीं जलती। शहर में अंधेरा छाया हुआ है। वे जल्द ही युवाओं को साथ लेकर स्ट्रीट लाइटों का निरीक्षण करेंगे। शहर में अंधेरा होने पर सोमवार को निगम अधिकारियों के घर के बाहर लगी स्ट्रीट लाइट के कनेक्शन काटे जाएंगे। बारिश के चलते निरीक्षण कैंसिल किया
निगम कमिश्नर ओमप्रकाश ने शुक्रवार रात को शहर में स्ट्रीट लाइटों के निरीक्षण का कार्यक्रम तय किया था। सभी अधिकारियों को इसके निर्देश दे दिए थे, लेकिन बारिश के चलते शहर के कई हिस्सों की बिजली गुल हो गई। एक्सईएन राहुल पुनिया ने बताया कि बिजली न होने की स्थिति में निरीक्षण संभव नहीं है। वे शनिवार शाम को शहर का निरीक्षण करेंगे।