टेक्सटाइल उद्योग समर एवं लग्न का सीजन बर्बादी पर
महामारी की मार से इस साल भी समर एवं लग्न का सीजन बर्बाद हो गया। पिछले साल की औसत निकालने का सपना पूरा होने से पहले ही टूट गया।
जागरण संवाददाता, पानीपत : महामारी की मार से इस साल भी समर एवं लग्न का सीजन बर्बाद हो गया। पिछले साल की औसत निकालने का सपना पूरा होने से पहले ही टूट गया।
अप्रैल के प्रथम सप्ताह तक जिस गति से कारोबार चल रहा था, उससे कारोबार में तेजी से रिकवरी आरंभ हो रही थी। कारोबार पटरी पर आने लगा था, लेकिन इससे पहले ही कोरोना महामारी ने बहुत तेजी से फैलकर टेक्सटाइल हैंडलूम उद्योग व्यापार को अपनी चपेट में ले लिया। सकारात्मक भी सोचें तो लगता नहीं कि आने वाले तीन महीने में सब कुछ सामान्य हो जाएगा।
हर राज्य में कपड़ा मंडियों में कारोबार ठप है। उत्पादन और विपणन लगभग रुक गया है। देश की प्रमुख कपड़ा मंडियां लॉकडाउन के कारण बंद हैं। जो मंडिया खुली भी हैं, उनमें ग्राहक डर के मारे नहीं आ रहे। विवाह शादी नाममात्र के हो रहे हैं। व्यापारियों के माल गोदाम अटक गए हैं। कारोबार नहीं होने से भुगतान भी नहीं मिल पा रहे। महामारी की चेन कब तक टूटेगी, अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। लेकिन इतना साफ हो गया कि यह सीजन कोरोना का शिकार हो गया है।
अप्रैल के प्रथम पखवाड़े तक लग्न एवं ईद की ग्राहकी पूरी रौ पर थी। महामारी तेजी से फैलने के कारण टैक्सटाइल उद्योग ठप पड़ गया। पानीपत सोफा कपड़ा बनाने में अग्रणी स्थान रखता है। दिल्ली में लॉकडाउन के चलते कपड़ा बिकने नहीं जा रहा है। सात दिनों के लॉकडाउन के चलते सभी बाजार दो दिनों से बंद चल रहे हैं। दिसावरी ग्राहकी नहीं आ पा रही।