अध्‍यापक और छात्र भी बता सकेंगे ये भूमि कृषि योग्‍य है या नहीं, पानीपत के किसानों को मिलेगा फायदा

राजकीय स्कूलों में मिनी मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएं खोली जाएंगी। इसके लिए शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी और शिक्षक बाद में विद्यार्थियों को अध्ययन करवाएंगे। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार व सीएसएसआरआइ करनाल में गुरुजन को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 07:36 AM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 07:36 AM (IST)
अध्‍यापक और छात्र भी बता सकेंगे ये भूमि कृषि योग्‍य है या नहीं, पानीपत के किसानों को मिलेगा फायदा
हरियाणा में मिनी मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएं खोली जाएंगी।

पानीपत, [रामकुमार कौशिक]। प्रदेश के स्कूलों में अब मिनी मृदा परीक्षण प्रयोगशाला भी खुलेगी। ये लैब कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, पंचकूला द्वारा स्थापित  की जाएंगी। जहां के साइंस अध्यापकों को कृषि विश्वविद्यालय में जल्द ही प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। ताकि वो इच्छुक विद्यार्थियों को 

मिनी मृदा परीक्षण से संबंधित अध्ययन करा सकें। इसको लेकर निदेशालय की तरफ से संबंधित जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखने के साथ अध्यापकों की सूची भी भेज दी गई हैं। 

 स्कूल शिक्षा निदेशालय की तरफ से जारी पत्र के मुताबिक प्रदेश के पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, महेंद्रगढ़, रोहतक, झज्जर, सोनीपत, जींद व कैथल जिले के विद्यालयों में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, पंचकूला द्वारा मिनी मृदा परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित की जाएगी। इन विद्यालयों में कार्यरत साइंस अध्यापकों (पीजीटीएस) को निकट भविष्य में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार व सीएसएसआरआइ करनाल में मृदा परीक्षण से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण लेने वाले साइंस अध्यापक अपने विद्यालय से संबंधित 11वीं के साइंस विषय के विद्यार्थियों (मिनी मृदा प्रशिक्षण का सर्टिफिकेट कोर्स करने के इच्छुक) को मिनी मृदा प्रशिक्षण से संबंधित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार द्वारा तैयार पाठ्यक्रम (सिद्धांत और व्यावहारिक) का अध्ययन करवाएंगे। कोर्स के पाठ्यक्रम का पूर्ण विवरण प्रशिक्षण के दौरान अध्यापकों के साथ सांझा कर दिया जाएगा। 

शर्ते पूरी करने वाले अध्यापकों के मांगे नाम

निदेशालय की तरफ से उक्त विषय में कुछ शर्तें लागू की गई है। ऐसे में निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से संबंधित विद्यालयों से शर्ते पूरी करने वाले तीन पीजीटी साइंस अध्यापकों के नाम मंगलवार शाम तक हर अवस्था में मांगे हैं। 

ये रखी गई हैं शर्ते

--अध्यापक पिछले दो वर्षों से 11 वीं व 12 वीं कक्षा में विज्ञान विषय पढ़ा रहा हो।

--तीन अध्यापकों में से एक अध्यापक जीव विज्ञान, एक अध्यापक भौतिक विज्ञान व एक रसायन विज्ञान का होना चाहिए। 

--किसी स्कूल में साइंस पढ़ाने वाले पीजीटीएस की संख्या पर्याप्त नहीं है तो ऐसी स्थिति में पीजीटी साइंस का नाम दिया जा सकता हैं। परंतु उक्त अध्यापक ने रसायन विज्ञान व भौतिक विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन की हो। 

जिले के इन स्कूलों में खुलेगी लैब 

प्रदेश के नौ जिलों में मिनी मृदा प्रशिक्षण लैब खुलेंगी। पानीपत जिले की बात करें तो जीएसएसएस मतलौडा, जीएसएसएस बापौली, जीएमएसएसएस समालखा, जीएमएसएसएसएस जीटी रोड पानीपत व जीएसएसएस डाहर में लैब खुलेगी। जबकि करनाल में दस,    कुरुक्षेत्र, महेंद्रगढ़, रोहतक, झज्जर, सोनीपत, जींद व कैथल के पांच पांच राजकीय स्कूलों में लैब खोली जाएगी। 

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