नई आइडी का इंतजार, 700 फाइलों रोक दीं..निगम में धक्के खा रही जनता

नगर निगम की लचर व्यवस्था के कारण नोड्यूज सर्टिफिकेट लेना अब लोगो को काफी इंतजार करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 07:25 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 07:25 AM (IST)
नई आइडी का इंतजार, 700 फाइलों रोक दीं..निगम में धक्के खा रही जनता
नई आइडी का इंतजार, 700 फाइलों रोक दीं..निगम में धक्के खा रही जनता

जागरण संवाददाता, पानीपत : नगर निगम की लचर व्यवस्था के कारण नोड्यूज सर्टिफिकेट लेना अब लोगों के लिए आफत बना हुआ है। अभी तक 700 से ज्यादा फाइलें पेंडिग हैं। कर्मचारी ये कहकर लोगों के काम नहीं कर रहे कि अभी नई आइडी नहीं बनी। हर रोज एक ही बात बोलकर लोगों के नगर निगम कार्यालय के बार-बार चक्कर कटवा रहे हैं।

पिछले दिनों की विधायक प्रमोद विज ने भी नगर निगम कार्यालय पर छापा मारकर कर्मचारियों व अधिकारियों पर काम में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए फटकार लगाई थी। इसके बाद भी हालात नहीं सुधरे। नगर निगम में एक सप्ताह के अंदर-अंदर दो का तबादला हो गया। सुशील को सोनीपत भेजा गया है। उनकी जगह पर निगम कमिश्नर ने अजय को लगाया, लेकिन कोई काम किए बिना ही तीन दिन बाद इनकी भी बदली हो गई। अब मंगलवार को अनिल को मेकर लगाया है। इनकी अभी आइडी नहीं बनी। इसके कारण नोड्यूज सर्टिफिकेट का काम अधूरा है। इतनी आसानी से नहीं मिलता नोड्यूज सर्टिफिकेट

जब मालिक अपनी प्रापर्टी बेचता है तो उसे नोड्यूज सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है। प्रापर्टी खरीदने वाले को पता चल सके कि इस प्रापर्टी पर किसी प्रकार का कोई टैक्स पेंडिग नहीं है। इस नोड्यूज सर्टिफिकेट के लिए लोगों को निगम के खूब चक्कर काटने पड़ते है। इसमें सबसे पहले वार्ड क्लर्क संबंधित व्यक्ति के कागजात चेक करेगा। इसके बाद प्रापर्टी टैक्स सुपरिटेंडेंट फाइल पर हस्ताक्षर करता है, जूनियर प्रोग्रामर, फिर डिस्ट्रिक्ट म्युनिसिपल कमिश्नर (डीएमसी) और इसके बाद फाइनल क्लास वन मेकर व चेकर फाइल को पास कर संबंधित व्यक्ति को नोड्यूज सर्टिफिकेट देताह । 15 दिन से काट रहे निगम के चक्कर

विजय गुप्ता ने जागरण से बातचीत में बताया कि 15 दिन से निगम कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। अभी तक नोड्यूज सर्टिफिकेट नहीं मिल सका। इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा।

कर्मचारी बना रहे बहाना

मोहम्मद युसुफ ने जागरण से बातचीत में बताया कि कागजात पर सभी के हस्ताक्षर हो चुके हैं। फाइनल हस्ताक्षर करने वाले कर्मचारी बोल रहे हैं कि हमारी आइडी नहीं बनी। इसीलिए काम नहीं हो सकता है। हर रोज यहीं बहाना बना रहे है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।

कमिश्नर का दावा, कोई फाइल पेंडिग नहीं

नगर निगम कमिश्नर आरके सिंह ने जागरण से बातचीत में बताया कि कोई फाइल पेंडिग नहीं है। सभी काम सही ढंग से करने के लिए कागजात की बारीकी से जांच की जाती है, ताकि कोई गलती न हो सके। किसी को भी कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी। अगर किसी कोई परेशानी है तो निगम कार्यालय में मुझसे आकर मिल सकता है। नोड्यूज सर्टिफिकेट लेने के लिए आसान प्रक्रिया बनाई जा रही।

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