Swachh Survekshan: यमुनानगर में स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण की तैयारी, कलस्टर बनाकर हो रही स्वच्छता पर निगरानी

सर्वेक्षण एक हजार अंकों का होगा। इसमें 350 अंक जिला स्तरीय 150 अंक सिटीजन फीडबैक 50 अंक लोगों की सहभागिता 300 अंक डायरेक्ट आब्जर्वेशन व 350 अंक फीडबैक के आधार पर दिए जाएंगे। इस बार एप के माध्यम से भी ग्रामीणों से सवाल पूछे जाएंगे।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 05:04 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 05:04 PM (IST)
Swachh Survekshan: यमुनानगर में स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण की तैयारी, कलस्टर बनाकर हो रही स्वच्छता पर निगरानी
सर्वे के लिए दिसंबर तक पहुंच सकती है मंत्रालय की टीमें।

जागरण संवाददाता, यमुनानगर। स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण 2021 शुरू हो रहा है। सर्वे के लिए मंत्रालय की टीमों के आने से पहले ही विभाग ने कलस्टर बनाकर लोगों को जागरूक करना शुरू कर दिया है। प्रत्येक कलस्टर पर निगरानी के लिए नोडल अधिकारी भी लगाया गया है। जिससे सर्वे के दौरान कोई भी खामी न रहे। गांव स्तर पर बनी कमेटियां भी ग्रामीणों को सफाई के प्रति जागरूक कर रही है। दिसंबर तक मंत्रालय की टीमें यहां सर्वे के लिए पहुंच सकती है। 

गांवों में स्वच्छता के लिए सरकार पूरा जोर दे रही है। इसके तहत ही गांवों में हर घर में शौचालय बनवाए गए। लगातार स्वच्छता मिशन की टीमें गांवों में जाकर अभियान चला रही है। हर वर्ष सरकार की ओर से सर्वेक्षण किया जाता है। जिसके आधार पर गांवों में स्वच्छता का आंकलन किया जाता है और स्वच्छ ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया जाता है। 

67 कलस्टर बनाए गए

जिले में 67 कलस्टर बनाए गए हैं। प्रत्येक कलस्टर में सात से आठ गांव शामिल किए गए हैं। प्रत्येक कलस्टर पर एचसीएस अफसरों को निगरानी के लिए लगाया गया है। इसके आगे साई कलस्टर बनाया गया है। जिसमें स्वच्छता में कार्य करने वाले, नरेगा में कार्य करने वाले सहायकों को शामिल किया गया है। इनके लिए नोडल अधिकारी बीडीपीओ को लगाया गया है। ग्राम स्तर पर ग्राम सचिव, आंगनबाड़ी, विलेज फेसिलेटर, पब्लिक हेल्थ के जेई, सुपरवाइजर व नंबरदार की कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी गांव में होने वाले कार्यों पर निगरानी रखेगी और ग्रामीणों को जागरूक करेगी। 

एक हजार में से मिलेंगे सर्वे के अंक

सर्वेक्षण एक हजार अंकों का होगा। इसमें 350 अंक जिला स्तरीय, 150 अंक सिटीजन फीडबैक, 50 अंक लोगों की सहभागिता, 300 अंक डायरेक्ट आब्जर्वेशन व 350 अंक फीडबैक के आधार पर दिए जाएंगे। इस बार एप के माध्यम से भी ग्रामीणों से सवाल पूछे जाएंगे। जिससे पता लग सके कि स्वच्छता को लेकर ग्रामीणों की क्या सोच है और वह कितने सजग हैं। 

जिला परिषद के सीईओ नवीन आहुजा के अनुसार

जिला परिषद के सीईओ नवीन आहुजा ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए चंडीगढ़ में कार्यशाला हो चुकी है। फिलहाल टीमों को सक्रिय कर दिया गया है। दिसंबर माह में सर्वेक्षण के लिए टीमें यहां पहुंच सकती है।

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