हरियाणा में मौसम की करवट से सब हैरान, फरवरी में 29 डिग्री पहुंचा तापमान

केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में शुष्क व गर्म बना रहेगा मौसम। आज और कल बादल छाने की संभावना बनी। लेकिन बरसात की संभावना बहुत कम। वहीं फरवरी में इस मौसम से सब हैरान हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 03:49 PM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 03:49 PM (IST)
हरियाणा में मौसम की करवट से सब हैरान, फरवरी में 29 डिग्री पहुंचा तापमान
24 घंटे में शुष्क व गर्म बना रहेगा मौसम।

करनाल, जेएनएन। करनाल क्षेत्र में 20 दिन से कोई बरसात नहीं हुई है। जिस कारण मौसम शुष्क व गर्म होता चला गया। इससे पहले प्रदेश के कई जिलों में 3 और 4 फरवरी बारिश दर्ज की गई थी। बारिश में वैसे तो कमी रही लेकिन यह धीरे-धीरे 1 जनवरी से 23 फरवरी के बीच सामान्य के आसपास है। इस दौरान वर्षा का औसत 27 मिलीमीटर होता है जबकि हरियाणा को 25.9 मिलीमीटर वर्षा प्राप्त हो चुकी है।

प्रदेश में अधिकांश समय के लिए अधिकांश स्थानों पर मौसम शुष्क और उम्मीद से कुछ ज़्यादा ही गर्म रहेगा। हालांकि उत्तर भारत के पहाड़ों पर आने वाले पश्चिमी विक्षोभों के कारण 26 और 27 फरवरी को पंचकुला, चंडीगढ़, अंबाला, करनाल, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र समेत हरियाणा के तराई वाले जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना बन रही है। फतेहाबाद सिरसा, सोनीपत, पानीपत, पलवल, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, भिवानी, झज्जर, रोहतक, हिसार और जींद समेत राज्य के बाकी सभी जिलों में मौसम शुष्क ही रहने की संभावना है।

सामान्य से 5 से 7 डिग्री सेल्सियस ऊपर चल रहा है

हरियाणा के ज्यादातर जिलों में दिन के तापमान सामान्य से बहुत अधिक बने हुए हैं। अधिकांश स्थानों पर अधिकतम तापमान औसत से 5-7 डिग्री तक ऊपर रिकार्ड किए जा रहे हैं। 27 फरवरी से दिन के तापमान में कुछ गिरावट होने की संभावना है। जबकि इस दौरान रात के तापमान सामान्य से कुछ ऊपर ही बने रहेंगे। 1 मार्च से रात के तापमान में भी 2 से 4 डिग्री की गिरावट हो सकती है।

किसानों के लिए यह है कृषि विभाग की सलाह

26 और 27 फरवरी से वर्षा जारी होने के अनुमान को देखते हुए किसानों को सुझाव है कि तैयार हो चुकी फसलों की तुरंत कटाई करके सुरक्षित स्थानों पर रख लें। सिंचाई व छिड़काव अभी स्थगित कर दें। मौसम साफ हो जाने पर आगामी फसलों के लिए खेतों की तैयारी शुरू कर दें और बुआई भी शुरू की जा सकती है। गन्ने में दीमक तथा कनसुआ की रोकथाम के लिए बिजाई के समय प्रति एकड़ 2.5 लीटर क्लोरोपाइरीफॉस 20 ई.सी. 600 से 1000 लीटर पानी में फव्वारे द्वारा खूड़ों में पोरियों के ऊपर डालें तथा खूड़ों को उपचार के बाद तुरंत सुहागा लगाकर बंद कर दें।

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