चीनी मिल कैथल ने रचा इतिहास, राष्ट्रीय स्तर पर गन्ना विकास में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रथम पुरस्कार

शुगर मिल के प्रबंध निदेशक सतिंद्र सिवाच ने बताया कि मिल को वर्ष 2018-19 में राज्य की सर्वश्रेष्ठ सहकारी संस्था घोषित किया गया व यमुनानगर में राज्य स्तरीय सहकारिता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा सम्मानित किया गया है।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 04:30 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 04:30 PM (IST)
चीनी मिल कैथल ने रचा इतिहास, राष्ट्रीय स्तर पर गन्ना विकास में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रथम पुरस्कार
चीनी मिल कैथल को राष्ट्रीय स्तर पर गन्ना विकास में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रथम पुरस्कार।

कैथल, जागरण संवाददाता। सहकारी चीनी मिल कैथल ने राष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहराया है। मिल को एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर गन्ना विकास में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रथम पुरस्कार के लिए चुना गया है। दी कैथल सहकारी चीनी मिल को यह पुरस्कार 16 नवंबर को नई दिल्ली में आयोजित भव्य कार्यक्रम में प्रदान किया जाएगा। बता दें कि इससे पूर्व मिल को वर्ष 2016-17 व 2018-19 में तकनीकी दक्षता में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए केंद्र सरकार द्वारा पुरस्कृत किया जा चुका है। वर्ष 2019-20 के दौरान तकनीकी दक्षता के क्षेत्र में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 16 नवंबर को नई दिल्ली में एक बार फिर से सम्मानित किया जाएगा। कोरोना महामारी के कारण पिछले वर्ष का पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित नहीं किया जा सका था। इसके अतिरिक्त वर्ष 2018-19 के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए भारतीय शुगर संस्थान पुणे में आयोजित कार्यक्रम में मिल को हरियाणा की सर्वश्रेष्ठ मिल के प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया।

शुगर मिल के प्रबंध निदेशक सतिंद्र सिवाच ने बताया कि मिल को वर्ष 2018-19 में राज्य की सर्वश्रेष्ठ सहकारी संस्था घोषित किया गया व यमुनानगर में राज्य स्तरीय सहकारिता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा सम्मानित किया गया है। इसी प्रकार वर्ष 2019-20 में मिल ने अपनी सफलता का सफर जारी रखते हुए एक बार फिर राज्य की सर्वश्रेष्ठ सहकारी संस्था का पुरस्कार हासिल किया तथा करनाल में राज्य स्तरीय सहकारी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल द्वारा पुरस्कृत किया गया।

उन्होंने बताया कि क्षेत्र में गन्ने की मिल व किस्मों को प्रोत्साहन देने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके फलस्वरूप मिल के गन्ना क्षेत्र में अगेती किस्म के गन्ने की प्रतिशतता जो वर्ष 2011 में दो प्रतिशत थी, अब वह बढ़कर 96 प्रतिशत से ऊपर पहुंच गई है। मिल क्षेत्र के 178 गांवों से 1585 किसान मिल से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। गन्ने की फसल से मिल की रिकवरी प्रतिशतता में जहां बढ़ोतरी हुई है, वहीं किसानों की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ हुई है। इस उपलब्धि पर मिल के मुख्य अभियंता एए सिद्दकी, मुख्य रसायनविद कमलकांत तिवारी, गन्ना प्रबधंक रामपाल सिंह, गन्ना वितरण अधिकारी देशराज सिंह एवं अन्य मिल के स्टाफ ने प्रसन्नता जाहिर की।

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