बिना ट्रीटमेंट के पानी नालों में डाल रहे, औद्योगिक संस्थानों पर होगी कार्रवाई

डीसी धर्मेंद्र ¨सह ने बिना ट्रीटमेंट किए पानी को सीधे नगर निगम के नालों में छोड़ने वाले औद्योगिक संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। डीसी धर्मेंद्र ¨सह ने बिना ट्रीटमेंट किए पानी को सीधे नगर निगम के नालों में छोड़ने वाले औद्योगिक संस्थानों के खिलाफ

By Edited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 05:40 AM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 05:40 AM (IST)
बिना ट्रीटमेंट के पानी नालों में डाल रहे, औद्योगिक संस्थानों पर होगी कार्रवाई
डीसी धर्मेंद्र ¨सह ने बिना ट्रीटमेंट किए

जागरण संवाददाता, पानीपत : डीसी धर्मेंद्र ¨सह ने बिना ट्रीटमेंट किए पानी को सीधे नगर निगम के नालों में छोड़ने वाले औद्योगिक संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। ऐसे उद्योगों के कनेक्शन काटने के संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए। डीसी लघु सचिवालय में जिला स्तरीय विशेष पर्यावरणीय निगरानी टास्क फोर्स की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि जो कोई भी औद्योगिक संस्थान बिना ट्रीटमेंट किए गए पानी को नगर निगम पानीपत के नालों में सीधे तौर पर डाल रहा है, उनके खिलाफ विशेष अभियान चलाकर कनेक्शन काटे जाएं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और एचएसआइआइडीसी के अधिकारी मिलकर औद्योगिक क्षेत्रों का निरीक्षण कर उक्त निर्देशों की पालना करवाएं। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में फैक्ट्रियों द्वारा गंदा पानी नालों में छोड़ा जाता है। यही पानी ड्रेन में मिलकर प्रदूषण फैलाता है। इसीलिए एनजीटी के दिशा--निर्देशों की अनुपालना में सभी संबंधित अधिकारी सुनिश्चित करें कि औद्योगिक संस्थान प्रदूषण न फैलाएं। गांव के साथ लगती फैक्ट्रियां फैला रही प्रदूषण, विशेष जांच होगी डीसी ने कहा कि ग्रामीणों की शिकायत पर भी उनके संज्ञान में आया है कि गांवों से लगती कई फैक्ट्रियां प्रदूषण फैलाती हैं। उपायुक्त कार्यालय से भेजी गई इन शिकायतों को तुरंत प्रभाव से निपटाया जाएगा और कार्रवाई होगी। उन्होंने बैठक में शामिल ¨बदूओं से संबंधित विभाग की एक्शन टेकन रिपोर्ट बनाकर भेजने के आदेश में जारी किए। ड्रेन का दौरा, गंदगी देख नाराज टास्क फोर्से की बैठक के बाद डीसी ने ड्रेन नंबर एक का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ नगर निगम के चीफ इंजीनियर महिपाल ¨सह, एक्सईएन प्रदीप कल्याण सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। ड्रेन की गंदगी देख कर डीसी ने नाराजगी जताई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बरसात से पूर्व ड्रेन का बहाव भी चेक कर लें और इसकी साफ-सफाई समय रहते करवाएं। ड्रेन के साथ लगते अवैध कब्जों को भी जल्द-से-जल्द हटवाया जाए। सीवर ट्रीटमेंट का निरीक्षण कर, पानी की शुद्धता की जांच की डीसी ने ने ड्रेन नंबर एक का निरीक्षण करने के बाद सिवाह स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी दौरा किया। ट्रीट (साफ) किए गए पानी की शुद्धता की मात्रा को भी चेक किया। उन्होंने एचएसआइआइडीसी को नए संयंत्र लगाने का प्रस्ताव बनाने के लिए कहा। इनमें औद्योगिक क्षेत्रों से निकलने वाले पानी को ट्रीट किए जाने का प्रावधान करने की बात हो। प्रस्ताव बनाकर शीघ्र ही इस बारे मुख्यालय स्तर पर बात की जाएगी। ¨नबरी डं¨पग स्थल का निरीक्षण डीसी धर्मेंद्र ¨सह ने इसके बाद ¨नबरी स्थित कूड़ा डं¨पग स्थल का भी निरीक्षण किया और वहां पर ठोस कूड़ा-प्रबंधन के तहत कूड़े के अवशेषों को अलग-अलग करने इत्यादि की प्रक्रिया का अवलोकन किया। इस मौके पर नगर निगम के चीफ इंजीनियर महीपाल ¨सह, कार्यकारी अभियंता प्रदीप कल्याण, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसडीओ प्रदीप ¨सह सहित जन स्वास्थ्य विभाग व ¨सचाई विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे। एनजीटी के निर्देशों के अनुसार सात अप्रैल तक कूड़ा अलग होने का काम पूरा होना था, लेकिन काम पूरा नहीं हो पाया। यह मामला नगर निगम की हाउस बैठक में उठ चुका है।

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