एक करोड़ से सुधरेंगी चार वार्डों की गलियां-नालियां, जेल के पास लगेगा ट्रैफिक कंट्रोल सिग्नल

वार्ड-19 की विभिन्न कालोनियों में 19 लाख 59 हजार 836 रुपये की लागत से मरम्मत के कार्य होंगे। इनमें सड़कों व गलियों-नालियों की मरम्मत शामिल है। वार्ड-12 में बाडी माजरा गांव से तीर्थनगर कालोनी तक बरसाती पानी की निकासी के लिए बिछी पाइपलाइन पर दो लाख रुपये होंगे खर्च।

By Pankaj KumarEdited By: Publish:Sun, 27 Dec 2020 01:58 PM (IST) Updated:Sun, 27 Dec 2020 01:58 PM (IST)
एक करोड़ से सुधरेंगी चार वार्डों की गलियां-नालियां, जेल के पास लगेगा ट्रैफिक कंट्रोल सिग्नल
वार्डों में सडकों के निर्माण होने से लोगों को मिलेगी राहत।

यमुनानगर, जेएनएन।  यमुनानगर जोन के एक करोड़ वार्डों में गलियों व नालियों का निर्माण कराया जाएगा। इनमें वार्डा 12, 21, 19 व 16 शामिल हैं। इन वार्डों में गलियों की सुधार के लिए लंबे समय से मांग की जा रही थी। गत दिनों हाउस की बैठक में भी विकास कार्यों में अनदेखी का मुद्दा उठ चुका है। इन वार्डों की अलग-अलग गलियों के निर्माण के लिए अब अधिकारियों ने टेंडर लगाए हैं। अधिकारियों का कहना है कि ठेकेदारों को सख्त हिदायत दी गई है कि समय पर कार्याें को पूर्ण किया जाए और निर्माण सामग्री के साथ किसी तरह का समझौता न हो।

वार्ड-19 की विभिन्न कालोनियों में 19 लाख 59 हजार 836 रुपये की लागत से मरम्मत के कार्य होंगे। इनमें सड़कों व गलियों-नालियों की मरम्मत शामिल है। वार्ड-12 में बाडी माजरा गांव से तीर्थनगर कालोनी तक बरसाती पानी की निकासी के लिए बिछी पाइपलाइन पर दो लाख 79 हजार 362 रुपये, वार्ड-16 में गली व नाली के निर्माण के लिए 13 लाख 57 हजार 559 रुपये, वार्ड-21 में गली व नाली के निर्माण के लिए 28 लाख 81 हजार 563 रुपये और वार्ड-21 में गली व नाली के निर्माण पर 49 लाख 59 हजार 358 रुपये खर्च होंगे।

जेल के पास लगेंगे ट्रैफिक कंट्रोल सिग्नल
बिलासपुर रोड पर जेल के पास करीब 10 लाख रुपये की लागत से ट्रैफिक कंट्रोल सिग्नल लगाए जाने की योजना है। यह दुर्घटना संभावित प्वाइंट हैं। चारों दिशाओं से वाहनों की आवाजाही है। ट्रैफिक कंट्रोल न होने के कारण यहां कई बार बड़े हादसे हो चुके हैं। अब नगर निगम की ओर से यहां ट्रैफिक नियंत्रण के लिए सिग्नल लगाए जाने की योजना बनाई है।

पार्षदों ने लगाए थे अारोप
गत दिनों हुई हाउस की बैठक में पार्षदों ने विकास कार्यों अनदेखी के आरोप लगाए थे। पार्षदों का कहना था कि वे अपनी मर्जी से मरम्मत का काम भी नहीं करवा पा रहे हैं। उसके बाद अन्य कई वार्डों में भी करोड़ों रुपये की लागत से होने वाले कार्यों के लिए टेंडर लगाए गए। इनमें अधिकांश काम गलियों व नालियों से संबंधित हैं।

नगर निगम के सभी वार्डों में समान रूप से विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। कई वार्डों में गलियों व नालियों की मरम्मत के कार्यों से संबंधित टेंडर लगाए गए हैं। प्रक्रिया पूरी होने के बाद काम शुरू करवा दिए जाएंगे। विकास कार्यों में गुणवत्ता का विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा।
- आनंद स्वरूप, एसई, नगर निगम।

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