Straw Management: रंग ला रही हरियाणा सरकार की मुहिम, जागरूकता बढ़ने से कम हुए पराली जलाने के मामले

अंबाला में कृषि विभाग द्वारा पराली प्रबधन को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया। इस में किसानों को बताया गया कि कैसे वे पराली को खाद के रूप में या फिर इसकी बिक्री करने के बाद अच्छी खासी आमदनी कर सकते हैं।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 07:42 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 07:42 PM (IST)
Straw Management: रंग ला रही हरियाणा सरकार की मुहिम, जागरूकता बढ़ने से कम हुए पराली जलाने के मामले
अंबाला में कम हुए पराली जलाने के मामले।

अंबाला, जागरण संवाददाता। पराली न जलाने को लेकर कृषि विभाग द्वारा चलाए गए जागरूकता असर अंबाला में देखने काे मिला है। तीन दिनों के आंकड़ों का आकलन करें, तो स्थिति सुधरी है। दूसरी ओर प्रदेश के तीन जिले ऐसे हैं, जहां पर स्थिति पिछले साल के मुकाबले ज्यादा सही नहीं है। इन जिलों में जागरूकता अभियान को और तेज करने की जरूरत है। हालांकि ऐसे जिले भी हैं, जहां इन तीन दिनों में एक भी केस नहीं आया। उल्लेखनीय है कि बीस से बाइस अक्टूबर के आंकड़े जुटाए गए, तो यह स्थिति सामने आई है।

अंबाला में कृषि विभाग द्वारा पराली प्रबधन को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया। इस में किसानों को बताया गया कि कैसे वे पराली को खाद के रूप में या फिर इसकी बिक्री करने के बाद अच्छी खासी आमदनी कर सकते हैं। पराली को यदि जलाते हैं तो इससे पर्यावरण का नुकसान तो है साथ ही जमीन की उर्वरा शक्ति भी कम हो जाती है। इसी के सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं।

यह है स्थिति

बीस अक्टूबर 2020 की मानें तो प्रदेश भर में पराली जलाने के 205 मामले सामने आए थे, जबकि इसी तिथि को साल 2021 को 155 मामले पराली जलाने के सामने आए हैं। इसी तरह 21 अक्टूबर 2020 को प्रदेश में 174 स्थानों पर पराली जली, जबकि इसी तिथि को साल 2021 में 131 खेतों में पराली जली। इसके अलावा 22 अक्टूबर को 2020 को प्रदेश के विभिन्न जिलों में 179 खेतों में पराली जलाई गई, जबकि इसी तिथि को साल 2021 में 140 स्थानों पर पराली जलाने के मामले सामने आए हैं।

यह है अंबाला की स्थिति

- 20 अक्टूबर 2020 को 27 व 20 अक्टूबर 2021 को 1

- 21 अक्टूबर 2020 को 15 व 21 अक्टूबर 2021 को 5

- 22 अक्टूबर 2020 को 29 व 22 अक्टूबर 2021 को 6

इन जिलों में स्थिति खराब

प्रदेश के तीन जिले ऐसे हैं, जहां पर पराली जलाने के मामलों में कोई ज्यादा सुधार नहीं आया है। इन जिलों में मामलों में काफी कम अंतर है, जबकि यह भी कहा जा सकता है कि मामले बढ़े हैं।

- कैथल : 20 अक्टूबर 2020 को 50 तथा 20 अटूबर 2021 को पराली जलाने के 55

- करनाल : 20 अक्टूबर 2020 को 45 तथा 20 अक्टूबर 2021 को पराली जलाने के 47

- कुुरुक्षेत्र : 20 अक्टूबर 2020 को 25 तथा 20 अक्टूबर 2021 को पराली जलाने के 11

- कैथल : 21 अक्टूबर 2020 को 49 तथा 21 अटूबर 2021 को पराली जलाने के 39

- करनाल : 21 अक्टूबर 2020 को 28 तथा 21 अक्टूबर 2021 को पराली जलाने के 55

- कुुरुक्षेत्र : 21 अक्टूबर 2020 को 21 तथा 21 अक्टूबर 2021 को पराली जलाने के 10

- कैथल : 22 अक्टूबर 2020 को 35 तथा 22 अटूबर 2021 को पराली जलाने के 39

- करनाल : 22 अक्टूबर 2020 को 23 तथा 22 अक्टूबर 2021 को पराली जलाने के 42

- कुुरुक्षेत्र : 22 अक्टूबर 2020 को 23 तथा 22 अक्टूबर 2021 को पराली जलाने के 24

कई जिलों में नहीं आया कोई भी मामला

अंबाला के उपकृषि निदेशक डा. गिरीश नागपाल ने बताया कि पराली प्रबंधन को लेकर विभाग लगातार जागरूक कर रहा है। कई जिले ऐसे हैं, जहां पर एक भी मामला नहीं आया, जबकि कईयों में तो काफी गिरावट दर्ज हुई है। कुछ जिलों में मामलों में कमी नहीं आई है। अंबाला में लोग काफी जागरूक हो चुके हैं। आने वाले कुछ सालों में यह स्थिति प्रदेश भर में काफी बेहतर होगी।

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