राजनीतिक पारी की पहली बैठक में खेलमंत्री संदीप सिंह का आक्रामक रुख, दो अधिकारी सस्पेंड Panipat News

खेल राज्यमंत्री संदीप सिंह ने लघु सचिवालय सभागार में अधिकारियों की बैठक ली। पहली बैठक में मंत्री ने दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 20 Nov 2019 01:39 PM (IST) Updated:Wed, 20 Nov 2019 01:40 PM (IST)
राजनीतिक पारी की पहली बैठक में खेलमंत्री संदीप सिंह का आक्रामक रुख, दो अधिकारी सस्पेंड Panipat News
राजनीतिक पारी की पहली बैठक में खेलमंत्री संदीप सिंह का आक्रामक रुख, दो अधिकारी सस्पेंड Panipat News

पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। खेल के बाद राजनीतिक पारी के मैदान में उतरे हॉकी के पूर्व कप्तान राज्य खेल मंत्री संदीप सिंह के तेवर आक्रामक दिखे। मंत्री बनने के बाद अधिकारियों के साथ अपनी पहली ही बैठक में लापरवाही अधिकारियों के खिलाफ एक्शन ले लिया। लापरवाही बरतने वाले दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। 

प्रदेश के खेल मंत्री संदीप सिंह की कुरुक्षेत्र के लघु सचिवालय परिसर में बने सभागार में पहली बैठक थी। उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारी लोगों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे। ऐसे अधिकारियों को अब अपना यह रवैया बदलना होगा।

सभी विभागों से रिपोर्ट ली

मंत्री संदीप सिंह ने पहली बैठक में उपस्थित अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि जनता के कामों को प्राथमिकता से निपटाएं। लापरवाही बरतने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। इसके अलावा उन्होंने सभी अधिकारियों से अपने-अपने विभागों की रिपोर्ट भी ली। 

डीसी ने दी कार्यों की जानकारी

डीसी एसएस फुलिया ने बैठक में जिला भर में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र जिला ऑनलाइन शिकायत निपटाने में प्रदेश भर में अव्वल चल रहा है। इसके अलावा केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से चलाए जा रहे अभियान में भी कुरुक्षेत्र के अधिकारियों और कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसी की बदौलत हम बेहतर परिणाम ला रहे हैं। 

खिलाडिय़ों के लिए काम जरूरी 

संदीप सिंह ने कहा कि उन्हें लापरवाही बिल्कुल पसंद नहीं है। नई पीढ़ी को खेलों के प्रति जोडऩे और उनकी प्रतिभा को तराशने के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत है और वह इसके लिए तैयार हैं। अधिकारियों को भी इसी लिहाज से अपनी तैयारी रखनी होगी।

इन अधिकारियों को किया सस्पेंड

संदीप सिंह ने जिन अधिकारियों को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं उनके नाम अभी तक सामने नहीं आए हैं। हालांकि बताया जा रहा है कि नगर परिषद और बिजली निगम के अधिकारी को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं। शिकायत मिली थी कि ये अधिकारी अक्सर पीडि़तों का फोन रिसीव नहीं करते हैं। 

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