Dussehra 2020: आपके लिए खास खबर, दशहरा शुभ ही शुभ, कारोबारी उत्साहित
इस बार दशहरा पर्व शुभ ही शुभ है। इसको लेकर कारोबारी खासा उत्साहित हैं। कोविड महामारी के बीच इस दशहरा त्योहार से कारोबार की उम्मीद बंधी है। व्यापारी को उम्मीद है कि इस त्योहार से कारोबार को गति मिलेगी।
पानीपत, जेएनएन। दशहरा तिथि विजय मुहूर्त वाली होती है। इसीलिए इस तिथि को अबूझ मुहूर्त कहा जाता है। इस बार दशहरा 25 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। दशहरा और नवमी एक ही दिन मनाए जा रहे हैं। सुबह 11:14 तक नवमी के कार्य पूर्ण होंगे, उसके बाद दशहरा पर्व शुरु हो जाएगा।
दशहरा तिथि पर किसी भी वस्तु की खरीददारी समृद्धिदयाक रहेगी। इन दिन रविपुष्य योग बन रहा है। रवि पुष्य नक्षत्र सुबह 6:20 से रात 1:20 तक रहेगा। कहा जाता है कि इस शुभ मुहूर्त में खरीददारी से सुख समृद्धि बढ़ती है। रावण का वध कर भगवान राम ने दशहरे के दिन बुराई पर विजय हासिल की थी। इसीलिए विजयदशमी के दिन को अबूझ मुहूर्त माना गया है।
ये रहेगा शुभ समय
पंडित कांशी नाध ने बताया कि दशमी तिथि का प्रारंभ 25 अक्टूबर सुबह 11:41 मिनट से, इस दिन पुष्य नक्षत्र सुबह 6:20 से रात को 1:20 तक। विजय मुहूर्त दोपहर 1:55 मिनट से 02 बजकर 40 मिनट तक। अपरान्ह पूजा मुहूर्त 01:11 से 03:24 मिनट तक। दशमी तिथि समाप्त 26 अक्टूबर सुबह 08:59 बजे।
कारोबारी उत्साहित
कोविड की वजह से कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। मार्च से लेकर जुलाई तक हालात खराब रहे। जब से पर्व शुरू हुए हैं, अनलाक हुआ है, तब से काम भी शुरू हुआ है। बाजारों में रौनक लौटी है। पर्वों में विशेष मुहूर्त पर जमकर खरीदारी होती है। कारोबारियों को उम्मीद है कि कोविड के बावजूद बिक्री अच्छी निकल सकती है। दरअसल, लोग निराशा के दौर से निकलकर उत्सव मनाना चाहते हैं।
पर वायरस को नजरअंदाज न करें
बाजार में निकलें। खूब खरीदारी करें लेकिन कोरोना वायरस को नजरअंदाज न करें। मास्क पहनकर ही निकलें। बार-बार हाथ सैनिटाइज करते रहें। क्योंकि जागरूक रहेंगे तो कोरोना वायरस को हरा सकेंगे। शारीरिक दूरी का ध्यान रखें। कोरोना संक्रमण आपको छू भी नहीं सकेगा।