हरियाणा के इन तीन जिलों में स्‍नेचिंग की बढ़ी वारदात, सबसे ज्‍यादा महिलाएं हुईं शिकार

हरियाणा के अंबाला यमुनानगर और कुरुक्षेत्र में 444 लोगों के साथ चेन स्‍नेचिंग की वारदात हुई। पिछले दो सालों में तीन जिलों में लगातार वारदात बढ़ रही हैं। सबसे ज्‍यादा स्‍नेचिंग की वारदात महिलाओं से हुई। 2019 में 210 लोगों के साथ स्‍नेचिंग की वारदात हुईं।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 04:57 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 04:57 PM (IST)
हरियाणा के इन तीन जिलों में स्‍नेचिंग की बढ़ी वारदात, सबसे ज्‍यादा महिलाएं हुईं शिकार
हरियाणा के तीन जिलों में बढ़ीं स्‍नेचिंग की वारदात।

अंबाला, जेएनएन। अंबाला में स्‍नेचिंग की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं। शायद ही कोई दिन ऐसा होगा जिस दिन पुलिस के रजिस्टर में स्‍नेचिंग की वारदात का केस दर्ज न किया गया हो। ऐसा कुछ हाल पड़ोसी जिले यमुनानगर और कुरुक्षेत्र के भी हैं। इन दोनों जिलों में भी काफी संख्या में स्‍नेचिंग के मामले सामने आए हैं। आंकड़ों के मुताबिक साल 2019-2020 में तीनों जिलों में कुल 444 लोगों के साथ स्‍नेचिंग की वारदातें हुई, जबकि 254 मामलों में पुलिस का वर्क आउट रहा तथा 190 मामले अभी भी ऐसे हैं जिन पर पुलिस काम कर रही।

2020 में अधिक दर्ज हुए मामले

बता दें जहां 2019 में 210 लोगों के साथ स्‍नेचिंग की वारदातें हुई, वहीं साल 2020 में 234 मामले दर्ज किये गये। ऐसे में साल 2020 में 24 मामले अधिक दर्ज हुए हैं। वहीं इस साल भी कई स्‍नेचिंग की वारदातें सामने आ चुकी है। हालांकि कई मामलों को पुलिस ने ट्रेस कर लिया है, लेकिन पुलिस की फाइलों में दर्ज हो रहे मामले काफी चौकाने वाले हैं। अंबाला, यमुनानगर और कुरुक्षेत्र में बढ़ रही स्‍नेचिंग की वारदातों से लोग भी काफी डरे हुए हैं।

पिछले दो सालों में स्‍नेचिंग की वारदातें

जिला        2019    2020

अंबाला        75    57

यमुनानगर        86    109

कुरुक्षेत्र        49    68

पुलिस ने यह किया वर्कआउट

जिला        2019    2020

अंबाला        39    35

यमुनानगर        53    61

कुरुक्षेत्र        26    40

ज्यादातर महिला बनी निशाना

बता दें पिछले दो सालों में ज्यादातर स्‍नेचिंग महिलाओं के साथ हुई हैं। बदमाशों ने उन महिलाओं को निशाना बनाया जो अकेली स्कूटी या फिर पैदल जा रही हो। बदमाश वारदात को अंजाम देने के लिए उन जगहों को चुनते हैं जहां उन्हें भागने में आसानी हो और पुलिस भी तैनात न हो। वहीं महिलाओं के साथ बढ़ रही स्‍नेचिंग की वारदातों से महिलाएं भी काफी सहमी हैं। महिलाओं को डर है जिस रास्ते से वे जा रही, कहीं अगले मोड़ पर उनके साथ कोई घटना न हो जाए, चूंकि ज्यादार बदमाश अकेली महिला को ही अपना निशाना बनाते हैं।

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