पानीपत के सरकारी स्कूल कस्तूरबा के बदलेंगे हालात, नगर निगम ने लगाया 44.37 लाख का टेंडर

पानीपत के सरकारी स्‍कूल कस्‍तूरबा के हालात अब बदलेंगे। निगम जल्‍द ही इनकी रूपरेखा बदलेगा। चार कमरे टायलेट-बाथरू और सबमर्सिबल लगाया जाएगा। 500 से ज्यादा बच्चे आते है स्कूल में पढ़ने। पेयजल की किल्लत व कमरों की कमी होगी दूर।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 10:16 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 10:16 AM (IST)
पानीपत के सरकारी स्कूल कस्तूरबा के बदलेंगे हालात, नगर निगम ने लगाया 44.37 लाख का टेंडर
पानीपत में कस्‍तूरबा गांधी स्‍कूल के हालात बदलेंगे।

पानीपत, जागरण संवाददाता। वार्ड सात के महादेव कालोनी में स्थित सरकारी स्कूल कस्तूरबा के अब हालात बदलने वाले है। इसमें नगर निगम द्वारा डबल स्टोरी चार कमरे, टायलेट-बाथरूम व सबमर्सिबल लगाया जाएगा। इसके लिए निगम ने 44.37 लाख रुपये का टेंडर लगा दिया है। इसका वर्कआर्डर की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इस सरकारी स्कूल में फिलहाल कमरे न के बराबर है। बच्चों को पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ना पड़ रहा है। अब सर्दी आ गई है। जिसके कारण पार्षद अशोक कटारिया ने हाउस की बैठक में ही स्कूल में कमरे व अन्य सुविधा देने के लिए प्रस्ताव पास करवाया था। जो अब पूरा हो गया। जल्द ही वर्कआर्डर लगवाकर काम शुरू किया जाएगा।

सरकारी स्कूल में दो कंडम हालात में कमरे है। इस स्कूल में 500 से ज्यादा बच्चे पढ़ने आते है। यहां मूलभूत सुविधाओं को टोटा है। इस समस्या की शिकायत प्रिंसीपल ने पार्षद अशोक कटारिया को बताई। जिसके बाद नगर निगम हाउस की बैठक में प्रस्ताव पास करवाकर। चार कमरे, दो चौक, सीढ़ी व सबमर्सिबल लगाया जाएगा। सबसे ज्यादा परेशानी पीने की पानी की भी है। जिसे दूर करवाने के लिए पहले भी प्रयास किया गया है। लेकिन अब स्कूल में सबमर्सिबल लगाया जाएगा।

अपग्रेड करवाने की मांग

कस्तूरबा स्कूल पांचवीं तक का है। इसे अपग्रेड करवाने के लिए पार्षद अशोक कटारिया ने मांग कर रखी है। इससे पहले स्कूल में बच्चों के बैठने के लिए कमरे बनाए जाएंगे। ताकि बच्चों को सर्दी में बाहर न बैठना पड़े। इसके लिए सांसद संजय भाटिया ने भी अपने कोटे से सहायता करने का आश्वासन दिया है।

स्कूल में करवाई जाएगी हर सुविध मुहैया

वार्ड सात के पार्षद अशोक कटारिया ने जागरण से बातचीत में कहा कि सरकारी स्कूल में कोरोना काल के बाद बच्चों की संख्या बढ़ गई है। फिलहाल 500 से ज्यादा बच्चे पढ़ने के लिए आते है। यहां काफी मूलभूत सुविधाओं का अभाव था। जिसके बाद चार कमरे, टायलेट-बाथरूम, सीढ़ी व सबमर्सिबल लगवाने के लिए टेंडर लगवाया गया है। जल्द ही वर्कआर्डर जारी करवाया जाएगा। इसके तुरंत बाद काम शुरू कर दिया जाएगा।

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