गांवों में सुधर रहे हालात, 29 गांवों में पिछले 10 दिन में नहीं मिला कोरोना केस

करनाल में कोरोना संक्रमण की चेन टूट रही है। 29 गांवों में 10 दिन में एक भी संक्रमित नहीं मिला। शेष गांवों में भी एक या दो एक्टिव केस बचे हैं। दूसरी लहर में गांवों में जिस तरह से कोरोना ने पैर पसारे थे उससे चिंता बढ़ गई थी।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Fri, 04 Jun 2021 06:50 AM (IST) Updated:Fri, 04 Jun 2021 06:50 AM (IST)
गांवों में सुधर रहे हालात, 29 गांवों में पिछले 10 दिन में नहीं मिला कोरोना केस
करनाल के 52 गांवों में अब तक 1170 लोग संक्रमित मिले। कुल 45 एक्टिव केस, 33 लोगों की मौत हुई।

करनाल/निसिंग [अनिल भार्गव]। कोरोना की दूसरी लहर की दस्तक से मौत का आंकडा बढऩे पर लोगों में भय का माहौल पैदा हो गया था। कोरोना के नाम से लोगों की सांसे फूलनी लगी थी। सरकार ने मजबूरन लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया। यदि निर्णय में देरी होती तो परेशानी बढ़ सकती थी। सरकार के निर्णयों व चिकित्सकों की मेहनत से कोरोना संक्रमण पर काबू पाया गया है। संक्रमण की चेन तोड़ने को सरकार ने गांवों में आइसोलेशन सेंटर खोले। ग्रामीणों को घर में चिकित्सा उपलब्ध करवाई गई।

निसिंग कस्बे के अधीन आने वाले 52 गांवों का रिकवरी रेट काफी अच्छा है। जिसको देखकर कहा जा सकता है कि किस तरह से डॉक्टरों की सूझबूझ से कोरोना मामलों में गिरावट आई और लोगों ने आइसोलेशन सेंटर व घरों मेंं रहकर कोरोना महामारी को मात दी। कस्बे की सीएचसी के अधीन जुंडला, बडौता, सांभली पीएचसी के गांवों में अब कुल 45 एक्टिव केस बचे हैं। जो तेजी से रिकवर हो रहे हैं। वहीं राहत वाली बात यह है कि 29 गांवों में पिछले 10 दिन में एक भी संक्रमित केस नहीं मिला। शेष गांवों में भी एक या दो एक्टिव केस बचे हैं। जो शीघ्र रिकवर होंगे। हालांकि खंड में कोरोना से 33 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

ये हैं 10 दिन से 29 कोरोना रहित गांव

क्षेत्र के अलीपूर वीरान, गोबिंदगढ, फतेहगढ, डाचर, रणजीत नगर, महमल, हथलाना, चकदा,बीढ माजरा, बीड डिंडारी, मोतिया, जलाला वीरान, गोहिदा, धोला कुंआ, बजीदा रोडान, बहलोलपूर,मंजूरा, जाणी, गुल्लरपुर, जरीफराबाद, बांसा सिंरी, नरूखेडी, चिडाव, लाल खेडा, प्रेमखेडा, शाहपूर, बिरचपूर, बडौता, भोजपुर गांव में पिछले 10 दिनों में इन 29 गांवों में कोरोना संक्रमण का एक भी केस सामने नहीं आया।

इस तरह पाया संक्रमण पर काबू

एसएमओ डा. राजेश जौहरी ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लगातार क्षेत्र के हर गांव में जाकर जांच की गई। संक्रमित लोगों को आइसोलेट किया गया। संक्रमण के प्रति जागरूक किया गया। अधिक से अधिक जांच रंग लाई जिससे संक्रमित लोगों का पता लगाने में मदद मिली और उन्हें आइसोलेट कर चेन तोडने में कामयाबी मिली। कोरोना वैक्सीन ने भी संक्रमण पर काबू पाने में रामबाण का काम किया। जो कर्मियों ने रविवार के दिन भी जांच की है।

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