कोरोना पर भारी सिफारिश..डीएसपी सर! मीडिया वाले खड़े हैं, छोटा चालान काट देता हूं

कोरोना संक्रमण पर सिफारिश भारी पड़ रही है। जिसकी सिफारिश ऊंचे स्तर की होती है उसका चालान नहीं कटता। अगर मीडिया वाले पास खड़े हों तो चालान राशि जरूर कम हो जाती है। ऐसा ही वाकया जागरण टीम को देखने को मिला।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 29 May 2021 08:39 AM (IST) Updated:Sat, 29 May 2021 08:39 AM (IST)
कोरोना पर भारी सिफारिश..डीएसपी सर! मीडिया वाले खड़े हैं, छोटा चालान काट देता हूं
कोरोना पर भारी सिफारिश..डीएसपी सर! मीडिया वाले खड़े हैं, छोटा चालान काट देता हूं

विनोद जोशी, पानीपत

कोरोना संक्रमण पर सिफारिश भारी पड़ रही है। जिसकी सिफारिश ऊंचे स्तर की होती है, उसका चालान नहीं कटता। अगर मीडिया वाले पास खड़े हों तो चालान राशि जरूर कम हो जाती है। ऐसा ही वाकया जागरण टीम को देखने को मिला। शुक्रवार को नई अनाजमंडी चौक पर ट्रैफिक पुलिस नाका लगाकर वाहनों के चालान कर रही थी। सब इंस्पेक्टर ने एक कार सवार को रुकने के लिए बोला तो उसने अपनी कार को पुल के नीचे पार्क किया। इसके बाद एक महिला फोन मिलाकर सब इंस्पेक्टर हवा सिंह से बोली, सर बात करना डीएसपी साहब बात करेंगे। अफसर का फोन ट्रैफिक कर्मचारी को सुनना ही पड़ा। बोला, नमस्कार जी। सर मीडिया वाले खड़े हैं, छोटा चालान कर देता हूं। इसके बाद कार सवार का नंबर प्लेट का 500 रुपये का चालान कर दिया।

शुक्रवार को ऐसे ही काफी चालान काटे गए। इसमें एक ट्रक चालक उप्र से चंडीगढ़ की तरफ जा रहा था। जैसे ही नई अनाज मंडी के पास पहुंचा तो ट्रैफिक पुलिस ने शहर में इंट्री के लिए कथित तौर पर 500 रुपये मांग लिए। बताया गया है कि चालक के पास रुपये नहीं मिले तो उसका लाइसेंस जब्त कर लिया। इसके बाद चालक ने बहुत विनती की, लेकिन उनका लाइसेंस नहीं मिल सका। वाहन चालक नहीं बताते अपना नाम व पता

शहर में जैसी ही वाहन चालकों को ट्रैफिक पुलिस द्वारा रोका जाता है तो उनसे लाइसेंस या वाहन की आरसी मांगी जाती है। जो वाहन को चला रहा होता है, उसका नाम पूछा जाता है। ऐसे में चालक न तो अपना नाम बताते हैं और न ही पता। खड़े होकर फोन से सिफारिश ढूंढने में लग जाते है। चालान कटने में एक घंटे तक का समय लग जाता है। डाक्टर का चालान कम किया

शुक्रवार को जब ट्रैफिक पुलिस चालान कर रही थी तो एक डॉक्टर की स्कूटी का चालान बना एक हजार रुपये। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस वाला बोला- आपका एक हजार रुपये बना है, दूसरी धारा लगाकर 500 रुपये कर दूंगा। इसके बाद चालान 500 रुपये चालान काट दिया जाता है। सबसे ज्यादा नंबर प्लेट के कट रहे चालान

शहर में 30 से ज्यादा नाके लगाकर वाहनों के चालान किए जा रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा चालान वाहनों की नंबर प्लेट के होते हैं। वाहन चालक अपने व्हीकल की नंबर प्लेट बाहर से बनवा लेते हैं और ट्रैफिक पुलिस सरकारी नंबर प्लेट को ही मानती है। इससे अधिकतर चालान नंबर प्लेट के ही हैं।

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