एक अपील पर धर्मनगरी की संगत हुई एकजुट, श्री गुरु नानक देव की लंगर प्रथा में भेजी 125 क्विंटल गेहूं

कुरुक्षेत्र की सिख संगत ने श्री गुरु नानक देव की लंगर प्रथा में योगदान दिया है। एसजीपीसी प्रधान बीबी जगीर कौर की अपील पर धर्मनगरी की संगत एकजुट हुई। 125 क्विंटल गेहूं इकट्ठा कर ऐतिहासिक गुरुद्वारा पहली पातशाही से ट्रक रवाना किया।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 05:24 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 05:24 PM (IST)
एक अपील पर धर्मनगरी की संगत हुई एकजुट, श्री गुरु नानक देव की लंगर प्रथा में भेजी 125 क्विंटल गेहूं
कुरुक्षेत्र के ऐतिहासिक गुरुद्वारा पहली पातशाही से गेहूं का ट्रक रवाना करती सिख संगत।

कुरुक्षे, जेएनएन। श्री गुरु नानक देव जी की ओर से 20 रुपये से शुरू की गई लंगर सेवा आज तक निरंतर जारी है। गुरुद्वारा साहिबान में आज भी गुरु का अटूट लंगर वितरित होता है, जहां किसी भी धर्म व समुदाय का व्यक्ति लंगर ग्रहण कर सकता है। लंगर सेवा में धर्मनगरी कुरुक्षेत्र की संगत ने भी अपना योगदान दिया है।

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर की प्रधान बीबी जगीर कौर की अपील के बाद धर्मनगरी कुरुक्षेत्र से लंगर सेवा में गेहूं का एक कैंटर श्री दरबार साहिब अमृतसर भेजा गया। संगत के सहयोग से 125 क्विंटल गेहूं की सेवा की गई है। कुरुक्षेत्र के ऐतिहासिक गुरुद्वारा पहली पातशाही से यह गेहूं श्री हरमिंदर साहिब श्री दरबार साहिब अमृतसर के लिए एक कैंटर में लोड करके भेजी गई।

गुरु नानक देव ने शुरू की थी लंगर सेवा

एसजीपीसी कार्यकारिणी समिति के सदस्य जत्थेदार हरभजन सिंह मसाना ने बताया कि श्री गुरु नानक देव जी की ओर से लंगर सेवा शुरू की गई थी। जो प्रथा आज भी निरंतर जारी है। बिना किसी भेदभाव के गुरु का लंगर प्रत्येक व्यक्ति ग्रहण कर सकता है। इसी के तहत संगत के सहयोग से 125 क्विंटल गेहूं श्री दरबार साहिब अमृतसर भेजी गई है।

बीबी जगीर कौर ने की थी संगत से अपील

एसजीपीसी के अतिरिक्त सचिव डॉ. परमजीत सिंह सरोहा ने बताया कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर की प्रधान बीबी जगीर कौर ने संगत से श्री दरबार साहिब में लंगर सेवा के लिए अपील की थी, जिसके बाद एसजीपीसी कार्यकारिणी समिति के सदस्य जत्थेदार हरभजन सिंह मसाना के नेतृत्व में कुरुक्षेत्र जिले की संगत ने इसमें अपना भरपूर सहयोग दिया। संगत की ओर से गेहूं की सेवा की गई है, जिसे श्री दरबार साहिब अमृतसर भेजा जा रहा है। जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल के उद्घोष के साथ कैंटर को गुरुद्वारा पहली पातशाही से रवाना किया गया। इस दौरान एसजीपीसी सब ऑफिस कुरुक्षेत्र के प्रभारी परमजीत सिंह दुनियामाजरा, ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी के मैनेजर अमरिंदर सिंह, बलजीत सिंह, निरवैर सिंह मौजूद रहे।

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