सरेआम खुली हैं दुकानें, शटर के सुराख से शराब बेच रहे ठेकेदार

एक तरफ कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है दूसरी तरफ लॉकडाउन के नियमों का शहर में कहीं ध्यान नहीं रखा जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 07:50 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 07:50 AM (IST)
सरेआम खुली हैं दुकानें, शटर के सुराख से शराब बेच रहे ठेकेदार
सरेआम खुली हैं दुकानें, शटर के सुराख से शराब बेच रहे ठेकेदार

राजेंद्र फोर, पानीपत: एक तरफ कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है, दूसरी तरफ लॉकडाउन के नियमों का जमकर उल्लंघन हो रहा है। पानीपत शहर के बाजारों में दुकानदार आधे से कम शटर खोलकर ग्राहकों को अंदर घुसा लेते हैं। सामान बेचने के बाद उन्हें बाहर कर देते हैं। दुकानदार का एक साथी बाहर बैठकर नजर रखता है। वही ग्राहकों को भी अंदर करता है। इतना ही नहीं, शराब के ठेकों पर शटर के सुराख से शराब बेची जा रही है। पुलिस का इन पर कोई नियंत्रण नहीं है।

दैनिक जागरण ने सनौली रोड, संजय चौक और जीटी रोड का जायजा लिया। इन सभी जगहों पर नियमों की धज्जियां उड़ती दिखीं। सनौली रोड पर दिन के 11 बजे मावा भंडार के नजदीक दुकानें आधी से कम खुली थीं। दुकानदार के साथी बाहर बैठे थे। ग्राहकों को आवाज देकर बुलाते। ग्राहक के आने पर अंदर बैठे दुकानदार को आवाज लगाते। शटर थोड़ा और खोलते और ग्राहक को अंदर ले जाते। पुलिस को चकमा देने के लिए इन्होंने शटर के कुंडे पर ताला लगा रखा था। करीब साढ़े ग्यारह बजे सनौली रोड पर ही एक दुकान से छह ग्राहक बाहर निकले।

इसके बाद करीब बारह बजे जीटी रोड पर ठेकों पर भीड़ देखी गई। यहां पर कई लोग बाहर बैठे थे। मौका मिलते ही अंदर से आवाज आती है। किसी ने बोतल लेनी है क्या, यह सवाल आते ही लोग शटर की तरफ दौड़ते हैं। शटर के सुराख से ही पैसे लिए जाते हैं, अंदर से बोतल पकड़ा दी जाती है। समालखा में खुल रहीं दुकानें, कैसे थमेगा कोरोना कस्बे के बाजार और मोहल्लों में सरेआम लॉकडाउन की अवहेलना हो रही है। दुकानदार अनदेखी कर जहां दुकानें खोल रहे हैं। वहीं ग्राहक भी कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं।

सरकार ने लॉकडाउन में आपात सेवा के तहत मेडिकल, दूध, किराना, फल-सब्जी व कृषि दुकानों को खोलने की इजाजत दी है। अब इसकी आड़ में बर्तन, कॉस्मेटिक, जूते, कपड़े, मोबाइल की दुकानें भी खुल रही हैं। रेलवे, शिव मार्केट, पुरानी सब्जी मंडी, गुलाटी रोड के दुकानदार सरेआम, आंशिक और पिछले दरवाजे से ग्राहकों को सामान बेच रहे हैं। किराना दुकानों के साथ फल और सब्जी की रेहड़ी पर भी ग्राहकों की भीड़ रहती है। बहुत कम जगहों पर कोरोना गाइडलाइन का पालन हो रहा है।

दुकानदार जासूस की तरह दुकान के आगे मंडराते रहते हैं। ग्राहक को अंदर कर बाहर से ताला लगा देते हैं। खरीदारी होने पर पिछले गेट से बाहर कर देते हैं। पुलिस के सायरन बजाने पर शटर नीचे कर देते हैं। यह खेल सुबह से 11 बजे तक चलता है। रेहड़ियों पर तो शाम में भी भीड़ होती है।

भगवान भरोसे कंटेनमेंट जोन

कोरोना के केस बढ़ने पर प्रशासन ने पड़ाव मोहल्ला, काठमंडी, जौरासी और गुलाटी रोड पर कंटेनमेंट जोन बनाया था। एक तो उसकी घेराबंदी नहीं हो सकी। दूसरी ओर आसपास के लोगों को उचित जानकारी भी नहीं दी गई। वहां लोगों की आवाजाही पहले की तरह चल रही है। किसी को कोई रोकने वाला नहीं है। पुलिस भी दिलचस्पी नहीं दिखा रही है।

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