Sero Survey 3: हरियाणा में सीरो सर्वे-3 का सैंपलिंग कार्य पूरा, इन जिलों में हुई सबसे कम सैंपलिंग
हरियाणा में 11 सितंबर को सैंपलिंग कार्य पूरा हो गया था। आपके शरीर में एंटीबाडी बनी या नहीं ये जांच करने के लिए सीरो सर्वे किया गया। इसके अलावा इस सर्वे से स्पाइक प्रोटीन का भी पता चलेगा।
पानीपत, जागरण संवाददाता। सीरो सर्वे-थ्री का कार्य प्रदेश में 11 सितंबर को पूरा हो गया था। तीन जिलों में लक्ष्य से कम लोगों के ब्लड नमूने लिए गए। इसीलिए, रिजल्ट आने में देरी हो रही है। बता दें कि पानीपत में 50 कलस्टर से 2000 सैंपल लेने थे। टीमों ने 2024 (101.2 फीसद) सैंपल लिए हैं। सीरो सर्वे के जिला नोडल अधिकारी डा. ललित वर्मा ने बताया कि इस बार ब्लड के सैंपल लिथियम-हैपेरिन ट्यूब में चंडीगढ़ भेजे गए हैं। टेस्टिंग के लिए सरकार ने किसी लैब से टाइअप किया हुआ है।
सर्वे रिजल्ट आने में देरी
जिला में 50 कलस्टर बनाए थे। इनमें से कुल 2000 लोगों के रक्त नमूने लेने थे। टीमों ने सरप्लस कार्य किया है। इसी श्रेणी में प्रदेश के 10 जिले हैं। पलवल में लक्ष्य से कम 95.9 फीसद, महेंद्र गढ़ में 98.9 फीसद व फतेहाबाद में 99.6 फीसद सैंपल लिए गए थे। इन जिलों में लक्ष्य को पूरा करने के लिए और लोगों के रक्त नमूने लिए जाने थे, इसलिए सर्वे का रिजल्ट आने में देरी हुई है। उन्होंने बताया कि सर्वे से यह पता भी चल सकेगा कि को-वैक्सीन व कोविशील्ड का पहला व दूसरा टीका लगवा चुके लोगों में कितनी एंटीबाडी बनी हैं। सर्वे से स्पाइक प्रोटिन का भी पता चलेगा।
कोरोना केस कम आना सुखद संकेत
डा. वर्मा के मुताबिक जिला में कोरोना के बहुत कम केस आ रहे हैं, इससे लगता है कि अधिकाधिक लोगों के शरीर में एंटीबाडीज बन चुकी हैं। 60 फीसद लोगों के शरीर में एंटीबाडी बनी तो उसे हर्ड इम्यूनिटी कहा जाता है। उस एरिया के लोगों को कोरोना सहित दूसरे संक्रमण का डर कम रहेगा।
यह है स्पाइक प्रोटीन
कोरोना वायरस की बाहरी सतह पर क्राउन (मुकुट) की तरह दिखने वाला जो हिस्सा होता है, वहां से वायरस प्रोटीन को निकालता है। इसे स्पाइक प्रोटीन कहते हैं। इसी प्रोटीन से संक्रमण की शुरुआत होती है।
पहले दो सीरो सर्वे की रिपोर्ट
अगस्त-2020 में 879 लोगों के ब्लड सैंपल लिए गए थे। 7.4 फीसद जनसंख्या के शरीर में हर्ड इम्युनिटी बनी थी। अक्टूबर-2020 में दूसरा सीरो सर्वे हुआ था। 15 कलस्टर बनाए थे। 726 (शहर में 289, ग्रामीण क्षेत्र में 437) सैंपल लिए गए थे। 23 लोगों के शरीर में हर्ड इम्यूनिटी बन चुकी थी।
जिला सैंपल लक्ष्य इतने लिए
पलवल 800 767
महेंद्र गढ़ 1200 1187
फतेहाबाद 1600 1593
चरखी दादरी 1080 1081
पंचकूला 1520 1523
करनाल 2200 2208
हिसार 1320 1325
सोनीपत 1680 1687
जींद 1600 1607
कैथल 1480 1491
यमुनानगर 1480 1493
सिरसा 1000 1009
रेवाड़ी 1400 1414
पानीपत 2000 2024
अंबाला 2400 2429
कुरुक्षेत्र 1720 1757
रोहतक 1600 1637
गुरुग्राम 3000 3087
भिवानी 1800 1889
नूंह 2720 2864
फरीदाबाद 1320 1421
झज्जर 1600 1776