घातक हुआ कोरोना वायरस, पानीपत में हेल्थ वर्कर के लिए गाइडलाइन जारी
पानीपत में हेल्थ वर्कर के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। कोरोना संक्रमितों के शव को पैक करने में बरतें सावधानी। पीपीई किट पहनकर ही मरीज के पास जाएं। लांग शूज पहनें। एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से हाथ धों। पहचान के लिए मृतक की कलाई पर वाटर प्रूफ टैग हो।
पानीपत जेएनएन। कोरोना वायरस की दूसरी लहर घातक हो चली है। ऐसे में चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का सुरक्षित रहना बहुत आवश्यक है। हम ही संक्रमित हो गए तो मरीजों का इलाज कौन करेगा।
सिविल सर्जन डा. संजीव ग्रोवर ने हेल्थ वर्कर्स को निर्देश दिए हैं कि यह विभाग के लिए चुनौतियों भरा समय है। हमें अपना श्रेष्ठ देना है। मैन पावर और संसाधनों के अभाव की बात कहकर हम बच नहीं सकते।
कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के तहत जिस तरह से मरीज मिल रहे हैं, ऐसे में अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। मरीज के इलाज से लेकर संक्रमित की मौत होने पर क्या सावधानी बरतनी चाहिए, उसे दोबारा से पढें लें। आशंकित-पॉजिटिव मरीज के इलाज, खुद को संक्रमण से बचाते हुए करना है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने पाजिटिव के शव को हैंडलिंग संबंधित भी गाइडलाइन जारी की हुई है, उसका पालन करें। पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई) किट पहनकर ही मरीज के पास जाएं और शव को हाथ लगाएं। लांग शूज पहनें। सत्तर फीसद एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से हाथ धोएं। पहचान के लिए मृतक की कलाई पर वाटर प्रूफ टैग लगाएं।
शव को सैनिटाइज करें
सिविल सर्जन ने कहा कि शव को सोडियम हाइपोक्लोराइड से सैनिटाइज करें। बैग में पैक करने के बाद भी ऐसा ही करें। संशय है तो सीनियर से सलाह जरूर लें। शव का अंतिम संस्कार भी सुरक्षित तरीके से नगर निगम के प्रशिक्षित कर्मचारी ही करेंगे।
कोई लक्षण हैं तो बताएं
किसी भी हेल्थ वर्कर या उसके परिवार के किसी सदस्य को खांसी-बुखार-दस्त और श्वासन लेने में दिक्कत है तो अपने अधिकारी को जरूर बताएं। स्वाब सैंपल की जांच कराएं। घर में खुद को आइसोलेट करें। ड्यूटी पूरी कर घर लौटने पर पहले खुद को पूरी तरह सैनिटाइज करें, तब अंदर प्रवेश करें।