महामारी में स्कूल बंद, चैनलों के माध्यम से दूरवर्ती शिक्षा उपलब्ध कराएगा विभाग
कोरोना महामारी के बीच स्कूल बंद हैं। विद्यार्थियों की औपचारिक स्कूली शिक्षा पर विराम लगा है। ऐसे में स्कूल शिक्षा निदेशालय ने गत वर्ष की भांति एनसीईआरटी के समन्वय से चलाए जा रहे स्वयंप्रभा चैनल हरियाणा एजुसेट के चार चैनलों के जरिये दूरवर्ती शिक्षा उपलब्ध करवाने का फैसला लिया है।
जागरण संवाददाता, समालखा : कोरोना महामारी के बीच स्कूल बंद हैं। विद्यार्थियों की औपचारिक स्कूली शिक्षा पर विराम लगा है। ऐसे में स्कूल शिक्षा निदेशालय ने गत वर्ष की भांति एनसीईआरटी के समन्वय से चलाए जा रहे स्वयंप्रभा चैनल, हरियाणा एजुसेट के चार चैनलों के जरिये दूरवर्ती शिक्षा उपलब्ध करवाने का फैसला लिया है। निदेशालय ने सभी डीईओ व डीईओ को पत्र भेजकर जानकारी स्कूल तक पहुंचाने के निर्देश दिए है।
निदेशालय के मुताबिक प्रदेश के एजुसेट के द्वारा पहली से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए व उच्च शिक्षा के लिए चार चैनल चलाए जा रहे हैं। केबल टीवी व जियो टीपी के माध्यम से हर घर में उपलब्ध हैं। इन चारों चैनलों पर हर रोज कक्षावार, विषयवार पाठ्यक्रम की मासिक बांट के आधार पर कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा। एक स्मार्ट क्लास रूम में प्रसारित होने वाली सामग्री इसमें शामिल है। विद्यार्थी अपने प्रश्न पूछ सकें, उनकी शंकाओं का समाधान किया जा सके, ऐसी व्यवस्था भी की गई है। यह व्यवस्था हिदी व अंग्रेजी दोनों माध्यमों के विद्यार्थियों के लिए है। कक्षा छठी से बारहवीं के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकों के आधार पर ही पठन-पाठन होगा। इसमें जेईई व एनईईटी की परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए भी समुचित व्यवस्था है। साथ ही पहली से तीसरी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए आधारभूत साक्षरता की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम के महत्वपूर्ण बिदु
-सभी कक्षा व विषय शिक्षक छात्रों के अभिभावकों को सूचित करने के लिए कक्षावार वाट्सएप ग्रुप बनाएंगे। उस ग्रुप में कक्षा से संबंधित शिक्षक को भी जोड़ा जाएगा।
-बीआरपी व एबीआरसी अभिभावकों के साथ नियमित तौर पर प्रसारण की दैनिक समय सारणी सांझा करेंगे।
-जिन अभिभावकों के पास वाट्सएप नहीं है, शिक्षक उनके साथ मैसेज व फोन काल के द्वारा नियमित संपर्क रखेंगे।
-शिक्षक अभिभावकों को प्रेरित करेंगे कि प्रतिदिन अपने बच्चों को कम से कम दो घंटे जरूर पढ़ाएं।
-शिक्षक विद्यार्थियों को प्रतिदिन के आधार पर अपनी पढ़ाई का रिकार्ड रखने के लिए नोटबुक बनाने के लिए प्रेरित करेंगे। स्कूल से जिला स्तर पर दायित्व
-स्कूल स्तर पर स्कूल मुखिया अपने स्कूलों में कक्षा व विषय अध्यापक द्वारा बनाए साप्ताहिक पाठ्यक्रम की प्रगति का अवलोकन करेंगे।
-कलस्टर स्तर पर संकुलन में कार्यरत प्रभारी बीआरपी व एबीआरसी इस संदर्भ में अपने अपने कलस्टर के शिक्षकों को इन संसाधनों के प्रयोग बारे प्रोत्साहित करेंगे।
-खंड स्तर पर डीईओ, डीईईओ, प्रधानाचार्य डाईट अपने जिले में खंडों को संख्यानुसार बांट लेंगे। एक अधिकारी कम से कम एक खंड का प्रभारी होगा।
-जिला स्तर पर डीईओ कक्षा नौंवी से 12वीं तथा डीईईओ कक्षा पहली से आठवीं के लिए जिम्मेदार होंगे। विभाग को अपनी रिपोर्ट सांझा करेंगे।