हुडा के सेक्टरों में प्लाट घोटाले की खुल रहीं परतें, अलाटमेंट कराके कमाए करोड़ों
हरियाणा में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। ये घोटाला हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण में हुआ। सस्ती जगह से महंगी जगह पर अलाटमेंट कराके कमाए करोड़ों। प्लाट आवंटन में करोड़ों के घोटाले की परतें खुलती जा रही हैं। महंगे सेक्टरों में करा ले गए अलाटमेंट।
पानीपत, जेएनएन। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सेक्टरों में प्लाट घोटाले की परत दर परत खुलती जा रही है। वर्ष 2015 में आउस्टीज कोटे के तहत आठ लोगों ने सेक्टर 24 में प्लाट के लिए आवेदन दिए। इसके लिए 16 जुलाई 2015 को ड्रा निकाला गया। आठ लोगों को प्लाट दिए गए। इनमें से तीन को तो सेक्टर 24 में ही प्लाट दे दिए गए। पांच लोगों को सेक्टर 12 में बदल कर प्लाट दिए गए। सेक्टर 12 में रेट सेक्टर 24 की तुलना में कई गुना अधिक थे। जिन लोगों को प्लाट दिए गए, उनसे रेट सेक्टर 24 वाले ही लिए गए।
हुडा के सूत्रों के अनुसार इस मामले में 20 करोड़ का घोटाला हुआ है। विभागीय अधिकारियों की मिली भगत से यह घोटाला हुआ। जिन आउस्टीज को सेक्टर 24 के रेट में सेक्टर 12 में प्लाट दे दिए।
जांच की मांग के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई
वर्ष 2011 में 16 प्लाट रद कर दिए थे। इन प्लाटों के धारकों ने 25 प्रतिशत पैसे भी नहीं भरे थे। जिस कारण इन प्लाटों को रद कर दिया गया था। वर्ष 2019 में इन सात प्लाटों को बिना सीए की अनुमति के दोबारा अलाट कर दिया गया। पालिसी के मुताबिक रद्द प्लाट अलाट नहीं किए जा सकते। आउस्टीज को प्लांट आवंटन घोटाले के मामले में संपदा अधिकारी अनुपमा मलिक का कहना है कि ये मामले हेड आफिस के स्तर पर चल रहे हैं। इनकी जांच हो रही है। हमारे यहां इन पर कार्रवाई करने के कोई निर्देश नहीं आए हैं।
खुल रही हैं अब परतें
अब एक के बाद एक परतें खुल रही हैं। इस पूरे मामले में प्रापर्टी डीलरों की भी मिलीभगत है। क्योंकि डीलरों को ही पता होता है कि आस्टीज के प्लाट कहां पर दिए जाने हैं। ये पहले ही जमीन मालिक से संपर्क कर लेते हैं। उनसे सस्ते दाम पर प्लाट खरीद लेते हैं। इसके बाद खरीदार को अलाटमेंट करा देते हैं। इस तरह के मामले सामने आने के बाद कई प्लाट रद भी हुए हैं। इसके बावजूद प्रापर्टी डीलर पीछे नहीं हटते।