धर्मांतरण रोकने को कुरुक्षेत्र संत सम्‍मेलन से बड़ा फैसला, पूर्वोतर राज्यों में हिंदू धर्म के लिए पीठ गठित

Maa Tripureswari Sundari Peeth कुरुक्षेत्र में लक्षचंडी महायज्ञ हो रहा है। इस दौरान संत सम्‍मेलन में मां त्रिपुरेश्वरी सुंदरी पीठ गठित की गई। हरिओम महाराज को पीठाधीश्वर बनाया गया। कुरुक्षेत्र में संत सम्मेलन में हरिओम महाराज को जगद्गुरु की भी उपाधि मिली।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 11:08 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 10:59 PM (IST)
धर्मांतरण रोकने को कुरुक्षेत्र संत सम्‍मेलन से बड़ा फैसला, पूर्वोतर राज्यों में हिंदू धर्म के लिए पीठ गठित
लक्षचंडी महायज्ञ में संत सम्मेलन में प्रवचन करते जगदगुरु शंकराचार्य वाशदेवानंद सरस्वती महाराज।

कुरुक्षेत्र, [जगमहेंद्र सरोहा]। जगदगुरु वासुदेवानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि आज धर्मांतरण बड़ा विषय है। पूर्वोतर के प्रदेशों में यह तेजी से हो रहा है। भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए धर्मांतरण को रोकना होगा। इसके लिए सभी संतों को एकजुट होकर सनातन धर्म के लिए काम करना है। आज बहुत से संत अपने प्रचार-प्रसार में लगे हैं। वे ऐसा कर बेशक स्वयं को मजबूत मानते हों, लेकिन हिंदू राष्ट्र मजबूत नहीं होगा। हमें हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए सनातन धर्म को मजबूत बनाना होगा। वह श्री कृष्ण की कर्मभूमि कुरुक्षेत्र में आयोजित संत सम्मेलन में बोल रहे थे।

उन्होंने बताया कि देश के पूर्वोत्‍तर राज्यों में हिंदू धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए मां त्रिपुरेश्वरी सुंदरी के नाम से पीठ गठित की गई। यह त्रिपुरा पीठ के नाम से भी जानी जाएगी। यज्ञ सम्राट हरिओम महाराज को इसका पीठाधीश्वर बनाकर उन्हें जगद्गुरु की उपाधि से भी नवाजा गया।

महायज्ञ के अंतिम दिन दिया सनातन धर्म बचाने का संदेश

संतों ने पूर्वोत्‍तर में धर्म परिवर्तन को रोकने सहित हिंदू राष्ट्र बनाने और सनातन धर्म को बचाने पर जोर दिया। मां मोक्षदायिनी गंगाधाम ट्रस्ट ऋषिकेश-हरिद्वार की ओर से कुरुक्षेत्र स्थित थीम पार्क में आयोजित 501 कुंडीय लक्षचंडी महायज्ञ के अंतिम दिन संत सम्मेलन में संतों ने सनातन धर्म को बचाने का संदेश दिया। स्वामी हरिचैतन्य ब्रह्मचारी इसमें विशेष रूप से आमंत्रित रहे।

देश को हिंदू राष्ट्र बनाना हो संतों का लक्ष्य

काशी विश्वनाथ मंदिर से जगदगुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि संतों का लक्ष्य देश को हिंदू राष्ट्र बनाना होना चाहिए। संत धर्म की रक्षा के लिए ही यात्र करते हैं और यज्ञ में वैदिक आहुति डालते हैं। संतों के आगे आने से ही देश विश्व शक्ति बनेगा और पूरे विश्व में सनातन धर्म का ध्वज फहराएगा।

हिंदू राष्ट्र में हिंदूओ को खतरा

स्वामी हरिओम महाराज ने कहा कि हिंदू राष्ट्र में हिंदुओं को सबसे अधिक खतरा बना हुआ है। कश्मीर में ही जाति व मजहब पूछकर लोगों को गोली मारी जा रही हैं। मुस्लिमों की संख्या कम होने पर उन्हें अल्पसंख्यक का अधिकार है, लेकिन हिंदूओं को कहीं पर भी यह अधिकार नहीं मिला हुआ। दिवाली पर पटाखे और होली पर रंगों पर रोक लगाने के आदेश दिए जाते हैं, लेकिन कभी ईद पर इस तरह के प्रतिबंध नहीं लगाए जाते। हिंदू राष्ट्र में यह सबसे बड़ी चिंता है। हमें जाति व धर्म की बजाय सनातन धर्म पर जोर देने की जरूरत है।

सनातन धर्म को बढ़ावा देगी त्रिपुरा पीठ

स्वामी हरिओम महाराज ने कहा कि त्रिपुरा व अन्य पूर्वोत्‍तर राज्यों में धर्म परिवर्तन तेजी के साथ हो रहा है। लोगों को लालच देकर या डराकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। मां त्रिपुरेश्वरी सुंदरी पीठ इन राज्यों में सनातन धर्म को बढ़ावा देगी। इसके लिए लगातार काम किए जाएंगे।

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