कैथल जिला परिषद में 11 करोड़ का घोटाला, फर्जी बिल तैयार कर आठ फर्मों को कर दी पेमेंट

कैथल जिला परिषद में सफाई के नाम पर 11 करोड़ के घोटाले का आरोप। वार्ड नंबर सात से निर्वतमान पार्षद बबली चंदाना व उसके पति ने धरना दिया। दोषियों पर कार्रवाई व रिकवरी की मांग। राशि कागजों में तो खर्च हुई दिखाई गई लेकिन गांव में सफाई नहीं हुई।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 05:46 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 05:46 PM (IST)
कैथल जिला परिषद में 11 करोड़ का घोटाला, फर्जी बिल तैयार कर आठ फर्मों को कर दी पेमेंट
धरने पर बैठे वार्ड-7 से निर्वतमान पार्षद बबली चंदाना व उसके पति धरना देते हुए।

जागरण संवाददाता, कैथल। कैथल जिला परिषद में 11 करोड़ के घोटाले का आरोप है। वार्ड नंबर सात से निर्वतमान पार्षद बबली चंदाना व उसके पति ने धरना दिया। आरोपितों पर कार्रवाई और गबन की गई राशि की रिकवरी का आरोप है।

आरोप है कि ग्रामीण क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर इस साल जिला परिषद में 31 करोड़ 64 लाख रुपये की राशि आई थी। इसमें से करीब 11 करोड़ की राशि गांव में स्वच्छता अभियान पर खर्च होनी थी। यह राशि कागजों में तो खर्च हुई दिखाई गई, लेकिन गांव में सफाई नहीं हुई और फर्जी बिल तैयार कर आठ फर्मों को राशि जारी कर दी। इनमें से भी दो फर्मों को राशि ज्यादा मात्रा में दी गई। सफाई के नाम पर हुई करोड़ों रुपये के गोलमाल को लेकर सोमवार को जिला परिषद वार्ड नंबर सात से निर्वतमान पार्षद बबली चंदाना ने अपने पति बिल्लू चंदाना के साथ सांकेतिक धरना दिया। आरोप लगाया कि गांव में सफाई के नाम पर भारी गोलमाल किया गया है। सफाई तो हुई नहीं, लेकिन फर्जी बिल तैयार कर फर्मों के खाता में राशि डाली दी गई।

विधायक लीला राम भी उठा चुके मुद्दा

उनका कहना है कि मौजूदा भाजपा सरकार के विधायक लीला राम और पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा भी इस गोलमाल को उठा चुके हैं। लेकिन दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। कहने को तो विजिलेंस जांच चल रही है, लेकिन अभी तक जांच कहां तक पहुंची इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। उनकी मांग है कि दोषियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज हो और गबन किए गए पैसे की रिकवरी हो।

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