फड़वालों की पत्नियां भी आंदोलन में कूदीं, शुरू की भूख हड़ताल

सनौली रोड सब्जी मंडी को नई सब्जी मंडी में शिफ्ट किए जाने के विरोध में सांसद कार्यालय के सामने धरना दे रहे मासाखोरों (परचून सब्जी विक्रेताओं) की पत्नियां भी आंदोलन में कूद गई हैं। पांच महिलाओं ने वीरवार को भूख हड़ताल की। मासाखोरों का मांग है कि सनौली रोड को छोटी मंडी बनाया जाए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 20 Nov 2020 08:35 AM (IST) Updated:Fri, 20 Nov 2020 08:35 AM (IST)
फड़वालों की पत्नियां भी आंदोलन में कूदीं, शुरू की भूख हड़ताल
फड़वालों की पत्नियां भी आंदोलन में कूदीं, शुरू की भूख हड़ताल

जागरण संवाददाता, पानीपत : सनौली रोड सब्जी मंडी को नई सब्जी मंडी में शिफ्ट किए जाने के विरोध में सांसद कार्यालय के सामने धरना दे रहे मासाखोरों (परचून सब्जी विक्रेताओं) की पत्नियां भी आंदोलन में कूद गई हैं। पांच महिलाओं ने वीरवार को भूख हड़ताल की। मासाखोरों का मांग है कि सनौली रोड को छोटी मंडी बनाया जाए। यहां खुदरा सब्जी बेचने वालों को अनुमति दी जाए। नई सब्जी मंडी में आढ़तियों से सब्जी लाकर हम यहां बेचना चाहते हैं। इससे शहर में से थोड़ी-थोड़ी सब्जी खरीदने आने वाली महिलाओं की परेशानी भी खत्म होगी।

धरना स्थल पर भाजपा जिला अध्यक्ष डा.अर्चना गुप्ता पहुंचीं। सनौली रोड सब्जी मंडी के सब्जी और फल विक्रेताओं ने भाजपा जिला अध्यक्ष को सब्जी की टोकरी भेंट कर सनौली रोड सब्जी मंडी को छोटी मंडी बनाने की मांग की। सब्जी विक्रेताओं ने कहा कि मंडी शिफ्ट होने से रोजगार छिन गया है। जिला अध्यक्ष ने इस संदर्भ में प्रशासन से बात करने का आश्वासन दिया।

जिला प्रशासन ने बीते सोमवार को सनौली रोड सब्जी मंडी को नई सब्जी मंडी में शिफ्ट किया है। वहां 300 मासाखोरों को स्थान दिया गया है। मासाखोर एकता समिति का कहना है कि 800 फड़ी वाले हैं। 300 रेहड़ी वाले सनौली रोड सब्जी मंडी में काम कर रहे थे। उन सभी का रोजगार छिन गया है। 300 मासाखोर नई सब्जी मंडी में सामान बेच रहे हैं। इससे ज्यादा सनौली रोड पर धरने पर बैठे हैं। 5000 परिवार प्रभावित

मासाखोर एकता समिति के प्रधान प्रेम ने कहा कि मंडी शिफ्ट होने से करीब पांच हजार परिवारों का रोजगार प्रभावित हुआ है। वह मंडी शिफ्ट करने के विरोध में नहीं हैं। सनौली रोड सब्जी मंडी में परचून में सब्जी बेचने की अनुमति दी जाए। इस व्यापार से पांच हजार लोगों का कारोबार जुड़ा हुआ है। मंडी शिफ्ट होने से आसपास में बनी किरयाना मार्केट का रोजगार भी प्रभावित हुआ है। सैकड़ों मासाखोर उधार लेकर काम कर रहे हैं। ऐसे में परिवार का पालन भी कठिन हो रहा है। उधार भी नहीं चुका पा रहे हैं। पैसे नहीं, रोजगार दिलाएं

भूख हड़ताल पर बैठी महिलाओं ने हाथ जोड़कर भाजपा जिला अध्यक्ष से मिन्नत की कि उनके रोजगार को बचाओ। जिला अध्यक्ष ने सब्जी की टोकरी लेने से इंकार किया। बाद में ज्याद अनुनय विनय करने पर टोकरी ले ली। महिलाओं को 500 रुपये देने लगी। इस पर महिलाओं ने कहा कि हमें पैसे नहीं चाहिए, हमारा रोजगार दिला दो। आप ने भी दिया समर्थन

आम आदमी पार्टी ने भी मासाखोरों की मांग को समर्थन दिया है। इससे पहले जिला पार्षद देव मलिक व पूर्व पार्षद हरीश शर्मा भी मासाखोरों को समर्थन दे चुके हैं।

chat bot
आपका साथी