Kisan Andolan: जींद में संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा का बड़ा फैसला, 19 को हांसी, 26 को दिल्‍ली कूच करेंगे किसान

संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा की ओर से जींद में किसान पंचायत हुई। इसमें फैसला लिया गया कि आंदोलन के एक साल पूरा होने पर बड़ी संख्या में 26 को दिल्ली कूच करेंगे किसान। 29 से मानसून सत्र के दौरान प्रतिदिन 500 किसानों के जत्थे संसद कूच करेंगे।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 16 Nov 2021 05:48 PM (IST) Updated:Tue, 16 Nov 2021 10:32 PM (IST)
Kisan Andolan: जींद में संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा का बड़ा फैसला, 19 को हांसी, 26 को दिल्‍ली कूच करेंगे किसान
जींद में संयुक्‍त किसान मोर्चा हरियाणा की बैठक।

जींद, जागरण संवाददाता। संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा के आह्वान पर मंगलवार को जींद में राज्य स्तरीय किसान पंचायत हुई। इसमें विभिन्न किसान संगठनों और टोल कमेटियों के प्रतिनिधि पहुंचे। सम्मेलन की अध्यक्षता धर्मगढ़ गांव के पूर्व सरपंच 92 वर्षीय पिरथी ने धरने की अध्यक्षता की। सम्मेलन में प्रदेशभर से आए संगठनों के प्रतिनिधियों, महिला व युवा किसान नेताओं के सुझाव लिए गए। उसके बाद प्रस्ताव पास किए गए। संयुक्‍त किसान मोर्चा हरियाणा ने फैसला लिया गया कि हांसी और दिल्‍ली कूच के लिए किसान तैयार रहें।

इसमें 19 नवंबर को कुलदीप राणा प्रकरण में हांसी एसपी कार्यालय के बाहर चल रहे धरने पर प्रदेशभर से ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसानों के पहुंचने का आह्वान किया गया। 26 नवंबर से दिल्ली के बार्डर पर चल रहे धरनों पर हर गांव से ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचने का आह्वान किया गया। 29 नवंबर को संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। उसी दिन से लगातार 500 किसानों के जत्थे प्रतिदिन टीकरी और गाजीपुर बार्डर से संसद कूच करेंगे।

आंदोलन को मजबूत करने और विस्तार देते प्रदेशभर में पैदल, साइकिल, मोटर साइकिल, ट्रैक्टर व अन्य वाहनों से यात्रा निकालते हुए गांव-गांव जाकर किसान व मजदूरों को लामबद्ध किया जाएगा।

किसान नेताओं ने कहा कि सरकार जात-पात के नाम पर प्रदेश में टकराव कराना चाहती है। इसलिए भाजपा-जजपा नेताओं का किसी कार्यक्रम में आने पर शांतिपूर्वक तरीके से दूर से काले झंडे दिखाकर विरोध किया जाए। टकराव की स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए।

24 को मनाएंगे किसान मजदूर संघर्ष दिवस

कामरेड इंद्रजीत ने बताया कि 24 नवंबर को सर छोटू राम की जयंती के उपलक्ष्य में किसान मजदूर संघर्ष दिवस मनाया जाएगा। उस दिन आंदोलन को मजबूत करने का संकल्प लेते हुए दिल्ली के लिए रवाना होंगे। किसान, मजदूर, महिलाओं, विद्यार्थियों की भी अलग से बैठक बुलाई जाएगी, ताकि आंदोलन को मजबूत किया जा सका।

chat bot
आपका साथी