जज्बे को सलाम, जींद में कोरोना पीड़ितों की मदद को फ्रंट फुट पर काम कर रही सेवा भारती
कोरोना की दूसरी लहर में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। वहीं एक ऐसी संस्था भी है जो कोरोना पीडि़तों की मदद के लिए फ्रंट फुट पर काम कर रही है। सेवा भारती ने कोरोना पीडि़तों और तीमारदारों के लिए रसोई शुरू कर दी है।
जींद, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर के खतरनाक म्यूटेंट ने शहर से लेकर गांवों तक लोगों को अपनी जकड़ ले रखा है। निजी अस्पतालों से लेकर सरकारी अस्पतालों में सभी बेड फुल हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले में रोज 10 से ज्यादा मौत हो रही हैं। इस डर के माहौल में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ी सेवा भारती संस्था कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए फ्रंट फुट पर काम कर रही है। संस्था ने नागरिक अस्पताल में कोरोना पीड़ितों व तीमारदारों के लिए रसोई शुरू कर दी है। महासुदर्शन घनवटी व काढ़ा का वितरण किया जा रहा है। लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करने के लिए अलग टीम है।
दैनिक जागरण के साथ बातचीत में आरएसएस के जिला प्रभारी वीरभान बताते हैं कि आरएसएस की सभी अनुषांगिक इकाइयां सेवा भारती के तहत काम कर रही हैं। कोरोना से निपटने के लिए 12-13 बिंदुओं पर काम चल रहा है। सुबह व शाम को योग भारती के माध्यम से ऑनलाइन योग की कक्षाएं लगाई जाती हैं। उसमें रोज 100 लोग शामिल होते हैं। एक टीम प्लाज्मा पर काम कर रही है। जींद के 22 लोगों की सूची बनाई है, जो प्लाज्मा डोनेट कर सकते हैं। इसी तरह वैक्सीनेशन के लिए कैंप लगवाए जा रहे हैं और लोगों को मोटिवेट किया जा रहा है।
कोरोना के कारण काफी लोग डिप्रेशन में आ चुके हैं। ऐसे लोगों का हौसला बढ़ाने के लिए दस लोगों की टीम ऑनलाइन काउंसिल करती है और अब तक 950 लोगों को काउंसिल कर चुकी है। कोरोना की वैक्सीनेशन लगवाने और कोरोना टेस्ट कराने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए नरवाना में 20 हजार पत्रक बांट चुके हैं। अब जींद में बांटे जाएंगे। एक टीम जिलेभर के सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन, बेड व वेंटिलेटर की जानकारी इकट्ठी करती है। कहां क्या चीज उपलब्ध है। किसी गंभीर मरीज को बेड या आक्सीजन की जरूरत है तो सेवा भारती के कार्यकर्ता डॉक्टरों से संपर्क करके गंभीर मरीजों को बेड उपलब्ध करवाते हैं।
जिला प्रशासन व सरकारी अस्पताल के प्रशासन के साथ तालमेल रखा जा रहा है। अस्पताल में किसी सामान की जरूरत है, तो समाज के लोगों के सहयोग से उसे पूरा किया जा रहा है। जींद अस्पताल में ऑक्सीमीटर व कंसंट्रेटर उपलब्ध करवाए हैं। एक टीम लोग होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को घर पर जरूरत का सामान उपलब्ध करवा रही है। सैनिटाइजर व मास्क भी अस्पताल को उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। पीपी सेंटर के बाहर पक्का शेड बनवा रहे हैं ताकि वैक्सीन लगवाने के लिए आने वाले लोगों को बाहर धूप में न खड़ा होना पड़े। चाय, पानी व मास्क की व्यवस्था की जा रही है। अस्पताल परिसर में रसोई भी चालू करा दी है, जिसमें सुबह-शाम 125-125 खाने उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। काढ़ा व महासुदर्शन घनवटी के पैकेट बांटे जा रहे हैं।