कैथल में बिना परमिट के चल रही 3 प्राइवेट बसों को पकड़ा, जुर्माना
कैथल में तीन बसों को आरटीए विभाग ने पकड़ा। तीनों बसें बिना परमिट के चल रही थीं। आरटीए विभाग ने कार्रवाई करते हुए 21-21 हजार रुपये जुर्माना लगाया। सेरधा चौशाला और कुराड गांव के रूटों पर सवारी ले जा रही थी बसें।
कैथल, जागरण संवाददाता। आरटीए विभाग की तरफ से बिना परमिट के चल रही तीन प्राइवेट बसों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। विभाग के इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार, हेड कांस्टेबल हरेंद्र, कांस्टेबल बलजिंद्र और ड्राइवर सुरेश की टीम ने कार्रवाई की। नरेंद्र कुमार ने बताया कि विभाग की तरफ से नियमित रूप से ओवरलोड और बिना परमिट के चल रहे वाहनों पर कार्रवाई की जाती हैं। मंगलवार को विभाग की टीम चेकिंग के लिए पुराने बस स्टैंड पर गई थी। वहां दो प्राइवेट बसें सवारियों को बैठा रही थी। मौके पर बसों के ड्राइवरों से परमिट मांगा गया, लेकिन उनके पास सवारियां लेकर रूटों पर चलने का परमिट नहीं था।
उनके पास संविदा परमिट था, जिससे बसें विवाह शादियों में या अन्य किसी कार्यक्रम में बुकिंग पर चल सकती हैं। इनके पास रूटों पर चलने की अनुमति नहीं होती है। रूटों पर चलने के लिए स्टेज कैरियर परमिट की जरूरत होती है। दोनों बसें गांव सेरधा और चौशाला रूट पर चल रही थी। इसके अलावा नए बस स्टैंड के पास से एक प्राइवेट बस को बिना परमिट चलने पर पकड़ा गया है। यह बस गांव कुराड के रूट पर चल रही थी। तीनों बसों को कब्जे में ले लिया गया है और 21-21 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। अब जुर्माना भरने के बाद ही बस मालिक बसों को ले जा सकेंगे। बता दें कि कार्रवाई के दौरान बसों में सवारियां बैठी थी, जिन्हें नीचे उतार दिया गया था।
टिकट के पैसे किए वापस
जिस समय बसों को पकड़ा गया, उनमें कई सवारियां बैठी हुई थी। सवारियों ने टिकट भी लिए हुए थे। सवारियों को नीचे उतारा गया तो सवारियों ने प्राइवेट बस संचालकों से टिकट के पैसे वापस लेना शुरू कर दिया। पैसे वापस लेने को लेकर सवारियों को काफी मेहनत करनी पड़ी।
आरटीए अधिकारी सत्यवान मान ने बताया कि रूटों पर बिना परमिट और ओवरलोड चलने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। मंगलवार को विभाग की टीम ने तीन बसों को पकड़ा है। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। वाहन चालक नियमों का पालन करें और परमिट के हिसाब से ही रूटों पर चलें।