ऑस्ट्रेलिया में तिरंगे के अपमान पर आवाज बुलंद करने पर करनाल के युवक को जेल, सड़कों पर उतरा रोड़ समाज

ऑस्ट्रेलिया में करनाल के युवक विशाल जूड़ को जेल में कैद कर दिया गया है। ऑस्ट्रेलिया में किसान आंदोलन के दौरान भारत के खिलाफ नारेबाजी की गई। विशाल ने इसके खिलाफ आवाज बुलंद की थी। उससे मारपीट की गई। साजिश के तहत उसे जेल में डाल दिया गया।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 05:25 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 05:25 PM (IST)
ऑस्ट्रेलिया में तिरंगे के अपमान पर आवाज बुलंद करने पर करनाल के युवक को जेल, सड़कों पर उतरा रोड़ समाज
नारेबाजी करते हुए विशाल जूड़ के स्वजन व रोड समाज के लोग। विशाल जूड़ की फाइल फोटो।

करनाल, जेएनएन। ऑस्ट्रेलिया में भारत के राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के विरोध में आवाज बुंलद करने वाले कलहेड़ी के युवक विशाल जूड़ उर्फ राहुल से वहां मारपीट की गई। इतना ही नहीं, उसे जेल में डाल दिया गया। उसकी रिहाई की मांग के लिए मंगलवार को करनाल में रोड़ समाज सड़कों पर उतर आया। समाज के प्रधान नसीब सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। रोड़ धर्मशाला से रेलवे रोड भाजपा कार्यालय तक नारेबाजी करते हुए पहुंचे। यहां सांसद संजय भाटिया को ज्ञापन सौंपा।

विशाल जूड़ के पिता नाथी राम एवं रोड़ समाज के प्रधान नसीब सिंह ने बताया कि विशाल वर्ष 2017 में पढ़ाई करने के लिए सिडनी, ऑस्ट्रेलिया गया था। वहां वह पढ़ाई के साथ-साथ अपना काम चलाने के लिए कार्य भी करने लगा। 26 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया में किसान आंदोलन किया जा रहा था। इस दौरान आंदोलनकारी भारत के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान कर रहे थे और भारत विरोधी नारेबाजी की जा रही थी। वहीं पर मौजूद विशाल ने यह सहन नहीं किया और देशभक्ति दिखाते हुए इन लोगों का विरोध किया। उन्होंने तिरंगा लहराकर अपने भारत देश के प्रति आवाज बुलंद की। उसके साथ मौजूद कई अन्य भारतीय युवकों ने भी भारत के समर्थन में नारेबाजी की, लेकिन वहां मौजूद प्रदर्शनकारियों से यह सहन नहीं किया जा सका और उसके साथ मारपीट की गई।

साजिश के तहत 23 अप्रैल को जेल भेजा

आरोप है कि साजिश के तहत विशाल के खिलाफ वहां केस दर्ज करवा दिया गया। 23 अप्रैल को उसे जेल में डाल दिया गया। इसके बाद उससे संपर्क तक नहीं करने दिया जा रहा है। ऐसे में मानव अधिकारों का भी उल्लंघन किया जा रहा है। समाज के लोगों ने कहा कि विशाल जूड़ ने ऑस्ट्रेलिया में जाकर भी देशभक्ति की मिसाल पेश की है, जिससे हर देशवासी में देशभक्ति की भावना बढ़ी है। ऐसे देशभक्त को रिहा कराने के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार को प्रयास करने चाहिए।

सरकारी व व्यक्तिगत स्तर पर किए जाएंगे प्रयास : भाटिया

सांसद संजय भाटिया ने कहा कि विशाल जूड़ ने देशभक्ति की बड़ी मिशाल पेश की है। जो दूसरे देश में जाकर भी अपने देश के प्रति इस तरह आवाज बुलंद कर सकता है, उस पर पूरे देश को गर्व होना चाहिए। उसे जेल से रिहा कराने के लिए वे केंद्र सरकार व व्यक्तिगत स्तर पर भी भरसक प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि विशाल जूड़ ने हर देशवासी में देशभक्ति की भावना जगाने का काम किया है और उसे रिहा कराने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

विशाल को बचपन से ही देश के प्रति गहरा प्रेम : नाथी राम

विशाल जूड़ के पिता एंव किसान नाथी राम ने दैनिक जागरण से चर्चा करते हुए बताया कि उनके दो बेटे हैं। बड़े बेटे विशाल जूड़ की आस्ट्रेलिया में पढ़ाई करने की इच्छा थी और 12वीं कक्षा के बाद वर्ष  2017 में वह सिडनी चला गया था। उन्हें गर्व है कि वहां जाकर भी वह अपने देश के प्रति इतना गहरा प्रेम रखता है। उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बैगर ऐसे माहौल में देश के प्रति आवाजा बुलंद की। विशाल में बचपन से ही अपने देश के प्रति अगाध प्रेम रहा है और वह अक्सर देशभक्ति की बातें करता रहता था। उनके साथ वहां की जेल में साजिश के तहत कोई भी अनहोनी हो सकती है, जिसके चलते पूरा परिवार चिंतित है। नाथी राम ने उम्मीद जगाई की देश की आवाज बुलंद करने वाले उनके बेटे की रिहाई को लेकर केंद्र सरकार अहम कदम उठाएगी।

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