रिश्तों के चक्कर में तबाह हुए दो संपन्न परिवार, नारायण गांव में मिला साक्षी का शव

रिश्तों के चक्कर में पानीपत के दो संपन्न परिवार तबाह हो गए। बुधवार रात को नहर में कूदे साक्षी और रोहित गर्ग का शव मिल गया है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Sun, 21 Apr 2019 12:49 PM (IST) Updated:Mon, 22 Apr 2019 08:36 AM (IST)
रिश्तों के चक्कर में तबाह हुए दो संपन्न परिवार, नारायण गांव में मिला साक्षी का शव
रिश्तों के चक्कर में तबाह हुए दो संपन्न परिवार, नारायण गांव में मिला साक्षी का शव

पानीपत, जेएनएन। देश के तीसरे नंबर के चावल निर्यातक रोहित गर्ग का करीब 59 घंटे बाद शनिवार को सोनीपत के सटावली गांव के पास दिल्ली पैरलल नहर में शव मिल गया। वहीं रविवार सुबह 11 बजे पानीपत के नारायणा गांव के पास नहर से रोहित की महिला मित्र साक्षी का अभी शव मिला। शव मिलते ही मॉडल टाउन स्थित गर्ग परिवार की कोठी नंबर-678 में मातम छा गया। अनैतिक रिश्तों के चक्कर में दो संपन्न परिवार तबाह हो गए। रोहित और साक्षी दोनों के परिजन आहत हैं। इनकी मौत उन्हें ताउम्र कचोटती रहेगी।  

रोहित गर्ग और साक्षी असंध नाका चौकी के पास श्मशान भूमि से 30 मीटर दूर नहर में कूदे थे। विडंबना है कि शनिवार शाम को रोहित का उसी श्मशान भूमि में अंतिम संस्कार हुआ। बड़े बेटे वेदांत ने पिता के शव को मुखाग्नि दी। रोहित की अस्थियां रविवार को हरिद्वार में विसर्जित की जाएंगी। वहीं साक्षी के पति विवेक बासिल ने फेसबुक स्‍टेटस अपडेट करते हुए जानकारी दी है कि साक्षी का अंतिम संस्‍कार असंध नाका चौकी के पास श्‍मशान घाट में शाम पांच बजे होगा।

साक्षी के शव को नहर से बाहर निकालते गोताखोर।

गोताखोर चले गए, विवेक दोस्तों संग पत्नी की तलाश में जुटे थे
बताया जा रहा है कि रोहित गर्ग का शव मिलने के बाद गोताखोर नहर से निकल आए थे। उन्होंने साक्षी की तलाश नहीं की। दूसरे जिलों से आए गोताखोर चले गए। शनिवार दोपहर दो बजे के बाद साक्षी के पति विवेक अपने साथियों के साथ नहर पर पहुंचे। उन्होंने गोताखोरों से साक्षी को तलाशने की गुहार लगाई। स्थानीय गोताखोरों के सहयोग से साक्षी की तलाश की गई। रविवार सुबह 11 बजे पानीपत समालखा के नारायणा गांव के पास दिल्ली पैरलल नहर से साक्षी का शव मिला।  

पति रोहित का शव देखकर विलाप करती पत्‍नी ममता।

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प्लीज मुझे रोहित के साथ जाने दें
कोठी के अंदर रोहित का शव देख परिजन विलाप करने लगे। पत्नी ममता को रोहित का मुंह नहीं दिखाया गया। वे विलाप करते हुए बार-बार परिजनों से आग्रह करती रहीं कि उन्हें पति का मुंह दिखाया जाए। शव को वाहन में रखा गया तो ममता शव से लिपटकर फूट-फूट कर रोते हुए बोलीं- प्लीज मुझे रोहित के साथ ही जाने दें। इसके बाद वे अचेत हो गईं। महिलाओं ने उन्हें संभाला और दिलासा दी।

 

रोहित का बड़ा बेटा वेदांत।

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छोटे, पापा को अंतिम बार देख लो, फिर लौट कर नहीं आएंगे
रोहित के बड़े बेटे वेदांत ने रोते हुए छोटे भाई आभास से कहा कि छोटे, आओ और पापा को अंतिम बार देख लो। अब पापा लौटकर नहीं आएंगे। दोनों भाइयों ने पापा के चेहरे को देखा और लिपटकर रोने लगे। लोगों ने दोनों को सांत्वना देते हुए हौसला बंधाया।

 

साक्षी की कोठी में सन्‍नाटा छाया हुआ।

साक्षी की कोठी पर सन्नाटा, रोहित की कोठी के बाहर जाम
मॉडल टाउन में राजकीय गल्र्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पीछे कोठी नंबर 591-बी साक्षी बासिल की है। यहां पर सन्नाटा पसरा है। कोठी में साक्षी के बच्चे और बुजुर्ग महिला थीं। साक्षी को एक बेटा व एक बेटी है। उन्होंने मीडिया से दूरी बना रखी थी। बता दें कि साक्षी भी रोहित गर्ग के साथ नहर में कूदी थीं। एक तरफ जहां साक्षी की कोठी पर सन्नाटा पसरा है वहीं रोहित की कोठी पर संवेदना जताने शहर के नामचीन लोगों का तांता लगा रहा। कोठी और असंध रोड स्थित श्मशाम भूमि के बाहर नहर पर वाहनों की कतार लगी रही। इससे जाम भी लग गया। रोहित के अंतिम संस्कार में परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार, विधायक महीपाल ढांडा, भाजपा के जिला अध्यक्ष प्रमोद विज, पूर्व विधानसभा स्पीकर सतबीर कादियान, कांग्रेस नेता वीरेंद्र उर्फ बुल्लेशाह, गोशाला सोसाइटी के प्रधान रामनिवास गुप्ता पहुंचे।

 

रोहित गर्ग का फाइल फोटो।

दो घंटे जिम में बिताते थे रोहित
जिले के सबसे बड़े मॉडल टाउन स्थित गोल्ड जिम की रोहित गर्ग ने दो साल की सदस्यता ले रखी थी। वे हर रोज सुबह आठ से नौ बजे तक जिम में अभ्यास करते थे। इसके लिए उन्होंने पर्सनल ट्रेनर भी रखा हुआ था। रोहित की मौत के बाद शोक में जिम की शनिवार व रविवार की छुट्टी कर दी गई है।  

 

साक्षी का फाइल फोटो।

पैसा तो बना लिया, इज्जत नहीं संभाल सके
चर्चा रही कि रोहित गर्ग ट्रिपल डब्ल्यू (वाइन, वूमन और वेल्थ) के फेर में फंस गए थे।  बेटे वेदांत व आभास लंदन में पढऩे चले गए। पत्नी ममता अकेली थीं। इससे रोहित को रोकने-टोकने वाला कोई नहीं था। इसलिए वे अक्सर पार्टी करके देर रात घर लौटते थे। उन्होंने शोहरत कमा ली, लेकिन इज्जत नहीं बचा पाए। वहीं दोस्तों में चर्चा थी कि रोहित कभी अपनी जान नहीं दे सकता था उन्होंने तो महिला को बचाने के लिए नहर में छलांग लगाई।

 

रोहित गर्ग का घर।

जीआरएम: हर दिन 1.25 करोड़ की कमाई
शुगर मिल के पास वर्ष 1978 में रोहित के पिता हुकुमचंद ने जीआरएम (गुप्ता राइस मिल) की शुरुआत की थी। इसके बाद नौल्था, गुजरात सहित कई अन्य जगहों पर भी मिल खोली गई। 1989 में चावल का दुबई, ईरान और सऊदी अरब में निर्यात शुरू किया। 2016-17 में मिल को 87 करोड़ रुपये का फायदा हुआ। 2017-18 में चार गुना मुनाफा हुआ, यानि यह आंकड़ा 334.7 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया। जीआरएम में 500 से 1000 कर्मचारी काम करते हैं।

 

नहर से रोहित का शव बाहर निकालते गोताखोर।

पानीपत क्लब में सीसीटीवी फुटेज नहीं मिली
असंध नाका चौकी पुलिस ने पानीपत क्लब की सीसीटीवी कैमरों की जांच की। पुलिस का दावा है कि क्लब में 11 से 18 अप्रैल तक की कैमरे की फुटेज नहीं मिली है। क्लब के कैमरों से पता चल जाता कि 17 अप्रैल की रात को रोहित गर्ग के साथ गाड़ी में और कौन-कौन थे।

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तीसरी महिला बनी थी झगड़े की वजह, हरदीप है राजदार
रोहित गर्ग और साक्षी में हादसे की रात झगड़ा हो गया था। तैश में आकर साक्षी ने कांच का गिलास तोड़ा और हाथ की नस काट ली थी। तब रोहित ने दोस्त हरदीप को बुलाया और साक्षी का एक निजी अस्पताल में इलाज कराया। इसके बाद दोबारा दोनों में झगड़ा हो गया और साक्षी नहर में कूद गईं। उन्हें बचाने नहर में कूदे रोहित भी बह गए। शहर में चर्चा है कि रोहित की जिंदगी में पत्नी व साक्षी के अलावा एक अन्य महिला भी आ गई थी। इसको लेकर ही रोहित और साक्षी में झगड़ा हुआ था। वैसे हरदीप रोहित और साक्षी के बीच विवाद के साथ-साथ उनके राजदार भी हैं।

हरदीप व अन्य दोस्तों से की जाएगी पूछताछ
हरदीप से पूछताछ की गई है। हरदीप ने बताया कि रोहित उसे घर छोड़कर चला गया था। इस मामले के हर पहलू की जांच की जा रही है। प्राथमिकता साक्षी का पता लगाना है। बाद में रोहित के उन सभी दोस्तों से पूछताछ की जाएगी जो 17 अप्रैल की रात को उनके साथ थे। रोहित और साक्षी के बीच हुए झगड़े की वजह का भी पता लगाया जाएगा।
-सुमित कुमार, एसपी   

ये भी जानें 10:30 बजे सुबह रोहित का शव मिला। 2:10 बजे सोनीपत के सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम हुआ। 3:48 बजे शव को मॉडल टाउन स्थित कोठी पर लाया गया। 4:11 बजे शव वाहन शव को लेकर कोठी से निकले। 4:44 बजे अंतिम संस्कार हुआ।

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