लुटेरों के पीछे लगी तीन जिलों की पुलिस, कपड़े उतार ग्वार की फसल में लेटे, फिर भी धरे गए

गाड़ी लूटने का पता चलते ही जींद की जुलाना पुलिस व सीआइए की टीम मौके पर पहुंची। एसपी वसीम अकरम ने हांसी पुलिस से संपर्क किया। नाकेबंदी पर बदमाश हांसी से बवानीखेड़ा एरिया में निकल गए। भिवानी पुलिस ने भी नाकेबंदी कर दी।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 12:57 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 12:57 PM (IST)
लुटेरों के पीछे लगी तीन जिलों की पुलिस, कपड़े उतार ग्वार की फसल में लेटे, फिर भी धरे गए
जींद पुलिस की हिरासत में गाड़ी लूटने वाले बदमाश।

जागरण संवाददाता, जींद। गाड़ी में लगे जीपीएस की मदद से पुलिस ने गाड़ी लूटने वाले बदमाशों को चार घंटे में ही धर दबोचा। गांव जैजैवंती के पास से झज्जर जिले के दुबलधन गांव निवासी मनोज से गाड़ी लूटी गई थी। गाड़ी में लगे जीपीएस की लोकेशन से पुलिस ने दिल्ली के सुल्तानपुर निवासी विकास, झज्जर जिले के गांव डीघल निवासी कुलबीर व आशीष को काबू कर लिया है।

गाड़ी लूटने का पता चलते ही जुलाना थाना पुलिस व सीआइए की टीम मौके पर पहुंच गई। यहां पर मनोज के मोबाइल से गाड़ी में लगे जीपीएस की लोकेशन देखी तो गाड़ी हांसी एरिया में मिली। एसपी वसीम अकरम ने तुरंत ही हांसी पुलिस से संपर्क किया और नाकेबंदी करने के लिए कहा। इसके बाद बदमाश हांसी से बवानीखेड़ा एरिया में निकल गए। बाद में सूचना के आधार पर भिवानी पुलिस ने भी नाकेबंदी कर दी। लोकेशन के माध्यम से जींद पुलिस भी बवानीखेड़ा एरिया में पहुंच गई। चारों तरफ से पुलिस की घेराबंदी को देखकर बदमाश गांव पुर के निकट नहर की पटरी से निकलने लगे, लेकिन पुलिस की टीम ने उनका पीछा जारी रखा।

ग्वार के खेत में घुस गए बदमाश

खुद को घिरता देख बदमाश गाड़ी को नहर की पटरी पर छोड़कर लगभग 12 एकड़ में खड़ी ग्वार के खेत में घुस गए। इसके बाद तीनों जिलों के लगभग 50 पुलिसकर्मियों ने खेतों को घेर लिया। सर्च अभियान के दौरान तीनों बदमाश कपड़े उतारकर चारे की फसल में जमीन पर लेटे हुए मिले। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से एक पिस्तौल व तीन कारतूस बरामद किए। बाद में पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार करके जींद ले आई। उसने पूछताछ की जा रही है। एसपी वसीम अकरम ने बताया कि आरोपितों से दूसरी वारदातों के बारे में पूछताछ की जा रही है। 

चौथे आरोपित को रास्ते में ही उतार दिया था बदमाशों ने 

पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने खुलासा किया कि वारदात में शामिल चौथा आरोपित रोहतक निवासी रणदीप था और वह शारीरिक रूप से ज्यादा मोटा था और वह ज्यादा भाग नहीं सकता था। इसलिए आरोपित रणदीप पुलिस द्वारा पीछा करते समय पकड़ा न जाए, इसलिए आरोपितों ने उसे बीच रास्ते में ही छोड़ दिया था। इसके बाद तीनों आरोपित ही गाड़ी में सवार होकर आगे बढ़े थे।

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