संबंधों के जाल में घिरे थे रोहित गर्ग, चार महीने पहले भी हुआ था कुछ ऐसा
रोहित गर्ग की महिला मित्र साक्षी चार महीने पहले चलती गाड़ी से कूद गई थी। चावल निर्यातक के मॉडल टाउन की एक अन्य महिला के साथ भी दोस्ती थी।
पानीपत, जेएनएन। देश के तीसरे नंबर के चावल निर्यातक रोहित गर्ग (45) सफलता और संबंधों के जाल में फंस गए। वे अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर राइस इंडस्ट्री के शिखर पर पहुंचे, लेकिन एक छोटी सी भूल ने सबकुछ बर्बाद कर दिया। रोहित अपनी महिला मित्र साक्षी के साथ संबंधों में इस कदर गुम हुए कि अपनी जान से हाथ धो बैठे।
बुधवार रात करीब एक बजे दिल्ली पैरलल नहर से मॉडल टाउन निवासी चावल निर्यातक रोहित और महिला मित्र साक्षी ने छलांग लगा दी थी। तब से पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। शनिवार सुबह साढ़े दस बजे दिल्ली पैरलल नहर में सोनीपत के खुबड़ूझाल के पास ककरोई से रोहित का शव मिला। वहींरविवार11बजे पानीपत के नारायणा के पास नहर से साक्षी शव मिला।
शहर में चर्चा है कि महिला मित्र चार महीने पहले भी रोहित गर्ग की चलती गाड़ी से कूद गई थी। उधर, साक्षी के परिजन भी अब सामने आ गए हैं। उन्होंने साक्षी के अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस में शिकायत दी है। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने शिकायत मिलने की बात से इन्कार किया है।
पुलिस और परिजनों ने दिन निकलते ही रोहित और साक्षी की दिल्ली पैरलल नहर में तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस ने 40 जवान और दो बोट नहर में उतारे। पानीपत समेत मधुबन और पटियाला से गोताखोर बुलाए गए। रोहित के पिता हुकुमचंद गर्ग ने भी अपनी राइस मिल को बंद करा सभी श्रमिकों को नहर में उतार दिया।
करीब 500 लोगों ने दूसरे दिन सोनीपत जिले के अंतर्गत आने वाली खुबडू झाल तक तलाशी अभियान चलाया। शुक्रवार देर शाम दिल्ली पैरलल नहर में पानी का बहाव तेज हो जाने से तलाशी का कार्य रोकना पड़ा था। रोहित गर्ग के परिजनों ने प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से पानी कम कराकर बचाव कार्य में तेजी लाने की मांग की थी।
रोहित और साक्षी के बीच हुआ था झगड़ा
शहर में चर्चा है कि रोहित और साक्षी के बीच हादसे से पहले झगड़ा हुआ था। यही विवाद उनके नहर में कूदने का कारण बना। फिलहाल, झगड़े की वजह का पता नहीं चल पाया है। बताया जा रहा है कि साक्षी ने पहले अपने हाथ की नस काटकर आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन रोहित ने एक अस्पताल में ले जाकर उनका उपचार कराया। इसके बाद भी दोनों के बीच विवाद शांत नहीं हुआ और अंत में साक्षी ने दिल्ली पैरलल नहर में छलांग लगा दी।
उन्हें बचाने के लिए नहर में कूदे रोहित भी तेज बहाव के चलते पानी में बह गए और उनकी मौत हो गई। शहर में चर्चा है कि महिला मित्र चार महीने पहले भी रोहित गर्ग की चलती गाड़ी से कूद गई थी। बताया जा रहा है कि रोहित गर्ग की मॉडल टाउन के एक उद्यमी की पुत्रवधु के साथ भी मित्रता थी। उक्त उद्यमी पिछले दिनों शहर के उद्यमियों को करोड़ों की चपत लगाकर परिवार समेत विदेश चला गया। पुलिस में भी उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज है।
साक्षी।
साक्षी के परिजन सामने आए, जाहिर की थी अपहरण की आशंका
परिजनों ने साक्षी के अपहरण की आशंका जताई थी। इसकी शिकायत पुलिस को भी दी थी। साक्षी के पति विवेक से बात की तो उन्होंने फिलहाल कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। विवेक ने बताया कि वह पूरे मामले के चलते काफी डिस्टर्ब हैं। डीएसपी बिजेंद्र ङ्क्षसह ने बताया कि इस मामले में फिलहाल कोई शिकायत नहीं मिली है। इस तरह की कोई शिकायत मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।
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यह है मामला
मॉडल टाउन के हुकमचंद गर्ग की शुगर मिल के पास और नौल्था में राइस मिल (जीआरएम) हैं। उनके बड़े बेटे चावल निर्यातक रोहित गर्ग बुधवार रात को पानीपत क्लब से अपने दोस्तों के साथ घर के लिए निकले थे। रोहित गर्ग ने मॉडल टाउन निवासी अपनी महिला मित्र साक्षी को देर रात को बुला लिया था। उन दोनों का गाड़ी में ही झगड़ा हो गया था। महिला मित्र ने गाड़ी में बैठे-बैठे हाथ की नस काट ली थी। उन्होंने अपने स्तर पर उसका प्राथमिक उपचार भी करना चाहा, लेकिन खून का बहाव नहीं थमा।
वह अपने दोस्त हरदीप सिंह के साथ साक्षी को एक प्राइवेट अस्पताल में गए, लेकिन यहां पर डॉक्टर ने उन्हें अटेंड नहीं किया। वे इसके बाद असंध रोड स्थित नारायण सिंह पार्क स्थित एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां पर उसका उपचार कराया गया। वे रात 1:15 बजे दिल्ली पैरलल नहर पर श्मशान घाट से कुछ आगे पहुंचे। जहां पर साक्षी गाड़ी से उतरकर नहर में कूद गई।
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