अंबाला में पेंशन को तरस रहे सेवानिवृत्‍त अध्यापक, सीएम से गुहार

एक तरफ कोरोना महामारी की मार तो दूसरी तरफ सरकारी कार्यप्रणाली ने लोगों की कमर तोड़कर रख दी है। अनुदान प्राप्‍त स्‍कूल से सेवानिवृत्‍त अध्‍यापकों को पेंशन नहीं मिल रही है। ऐसी महामारी में कार्यालयों के चक्‍कर लगाने पड़ रहे।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 05:36 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 05:36 PM (IST)
अंबाला में पेंशन को तरस रहे सेवानिवृत्‍त अध्यापक, सीएम से गुहार
सेवानिवृत्‍त अध्‍यापकों को पेंशन नहीं मिल रही।

अंबाला, जेएनएन। अनुदान प्राप्त स्कूल से सेवानिवृत्‍त अध्यापकों को अपनी पेंशन लेना ही मुश्किल हो गया है। सेवानिवृत्‍त अध्यापक अपनी पेंशन लेने के लिए कभी तो पत्राचार करते हैं और कभी जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उनकी हर माह पेंशन ही नहीं आ रही। जबकि इस समय बुजुर्गों को अपनी दवा लेने के भी लाले पड़ गए हैं। 

इसी के चलते किशोर लाल कालडा ने मामले में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। जिसमें गुहार लगायी है। कि उन्हें हर माह पेंशन नहीं दी जा रही है। उनकी पेंशन न तो पिछले माह आयी और न ही इस माह में आयी। 

किशोर लाल कालड़ा ने बताया कि वह श्री एनडीएसडीआर हाई स्कूल सेगती से मुख्याध्यापक पद से सेवानिवृत्‍त हुआ था। उसे सरकार की ओर से पेंशन भी मिल रही है। इसी के चलते पिछले माह और इस माह सेवानिवृत अध्यापक संघ के सदस्य एवं प्रधान कुंदन लाल के साथ जिला शिक्षा अधिकारी अंबाला से पेंशन के लिए बिल जल्दी भेजने और पेंशन जल्दी जारी करवाने को लेकर मिले थे। उन्होंने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि बजट नहीं आ रहा है। 

प्रार्थी ने बताया कि वह पेंशन भोगी सेवानिवृत कर्मचारी और वृद्ध हैं। जिनमें से कई बीमार भी हैं। पेंशन की राशि से उन्हें दवाई, खाने-पीने एवं कपड़े आदि का खर्च पेंशन से ही पूरा होता है। कई-कई महीने बाद पेंशन मिलती है। बुजुर्ग होने के बावजदू भी शिक्षा अधिकारी उनके चक्कर काटने पड़ते हैं। लेकिन उनकी कोई सुनवायी नहीं हो रही। उन्होंने सीएम से गुहार लगाकर मांग की है कि सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल से रिटायर्ड अध्यापकों, मुख्य अध्यापकों एवं कर्मचारियों की पेंशन जल्द से जल्द कोशिश करके इसी माह जारी करवायी जाए। ताकि सभी लोग अपना खर्च उठा सके।

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