कोरोना से बचे तो डेंगू-मलेरिया ने घेर लिया
कोरोना की दूसरी लहर से जंग लगभग जीत चुके हैं। 10 सितंबर के बाद कोई पाजिटिव केस नहीं आया है। 21 अगस्त के बाद कोविड-19 से पानीपत में कोई मौत भी नहीं हुई है। नूरवाला क्षेत्र के विजयनगर में 12 और 19 सितंबर को दो सगे भाइयों की डेंगू बुखार (कार्ड टेस्ट में पाजिटिव) से मौत ने पूरे शहर को हिला दिया है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : कोरोना की दूसरी लहर से जंग लगभग जीत चुके हैं। 10 सितंबर के बाद कोई पाजिटिव केस नहीं आया है। 21 अगस्त के बाद कोविड-19 से पानीपत में कोई मौत भी नहीं हुई है। नूरवाला क्षेत्र के विजयनगर में 12 और 19 सितंबर को दो सगे भाइयों की डेंगू बुखार (कार्ड टेस्ट में पाजिटिव) से मौत ने पूरे शहर को हिला दिया है। मार्च से 20 सितंबर के आंकड़ों की बात करें तो डेंगू के सात और मलेरिया के दो कंफर्म केस मिल चुके हैं।
सिविल अस्पताल में रोजाना लगभग 1000 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। मेडिसिन ओपीडी में मलेरिया-डेंगू सहित टाइफाइड और वायरल बुखार के प्रत्येक दिन 200 से अधिक ही मरीज पहुंचते हैं। कंसल्टेंट डा. जितेंद्र त्यागी ने बताया कि औसतन सात मरीजों को डेंगू का एनएस-1 टेस्ट कराने की सलाह दी जा रही है। 20 से अधिक को मलेरिया जांच के लिए कहा जाता है। 10 से अधिक टाइफाइड के मरीज हैं, 150 से अधिक मरीज वायरल से ग्रस्त होते हैं। अगस्त की तुलना में बुखार के मरीजों की संख्या सितंबर में दो गुना हो गई है। निजी अस्पतालों में भी बुखार के मरीजों की भरमार है। चिकित्सक मेडिसिन के साथ मच्छरों से बचाव और शुद्ध खानपान का परामर्श दे रहे हैं। लापरवाही, 4749 घरों में मिला मच्छरों का लार्वा
जिला मलेरिया विभाग की टीमों ने मार्च से अब तक 5.3 लाख 911 घरों में मच्छरों का लार्वा चेक किया। इनमें से 4749 घरों में लार्वा मिला। विभाग ने उसे मौके पर ही नष्ट किया। घरों में लार्वा का पनपना हम पर भारी पड़ सकता है। आइटम चेकिग मिला लार्वा
कूलर 1.57 लाख 2213
टंकी 3.1 लाख 409
होदी 55 हजार 227
कंटेनर 7.73 लाख 529 1701
रेफ्रिजरेटर ट्रे 2.36 लाख 294 199
कबाड़ी दुकानें 2003 00 150 तालाबों में डाली गंबूजिया मछली
जिला मलेरिया विभाग के मुताबिक जिला में 228 तालाब चिन्हित हैं। इनमें से 150 से अधिक में गंबूजिया मछली पहले ही डाली जा चुकी हैं। बाकी में काम शुरू कर दिया है। बता दें कि यह मछली मच्छरों के लार्वा को अपना भोजन बनाती है। साल-दर-साल मलेरिया केस
2016-127
2017- 37
2018- 34
2019- 13
2020- 01
2021- 02 (22 सितंबर तक) साल-दर-साल डेंगू केस
2016- 12
2017-469
2018-133
2019- 04
2020-272
2021- 07 (22 सितंबर तक) नोटिस थमाने तक का अधिकार
मलेरिया विभाग के हेल्थ इंस्पेक्टर जसमेर सिंह ने बताया कि घरों-आफिस में लार्वा मिलने पर हमें गृहस्वामी को नोटिस थमाने का अधिकार है। सात दिन बाद पुन: चेक करते हैं। इक्का-दुक्का घरों में दोबारा भी लार्वा मिलने पर उसे बीमारियों के विषय में समझाते हैं। सरकार ने हमें जुर्माना लगाने का अधिकार नहीं दिया हुआ है। मलेरिया बुखार के लक्षण
तेज बुखार आना।
पसीना आना।
शरीर में दर्द और उल्टी आना। डेंगू बुखार के लक्षण
-तेज बुखार आना।
-सिर व मांसपेशियों में दर्द।
-उल्टी आना, ग्रंथियों में सूजन।
-आंखों में दर्द होना। वायरल बुखार के लक्षण
-खांसी-जुकाम-तेज बुखार
-थकान, जोड़ों में दर्द
-मांसपेशियों व बदन में दर्द
-सिर और गले में दर्द
-दस्त लगना
-आंखें लाल होना टायफाइड बुखार के लक्षण
-102 डिग्री सेल्सियस से अधिक बुखार।
-शरीर में अत्यधिक कमजोरी आना।
-पेट दर्द, सिर दर्द, भूख कम लगना।
-उल्टी लगना। मच्छरों से बचाव के तरीके
-शरीर को ढ़कने वाले कपड़े पहनें।
-खिड़कियों और दरवाजों पर महीन जाली लगवाएं।
-घर-आफिस के आसपास पानी जमा न होने दें।
-कूलर और गमलों का पानी रोजाना बदलें।
-मच्छरदानी लगाकर ही सोएं।
-पानी की टंकी, होदी को हमेशा ढककर रखें। फोगिग नगर निगम का काम
जिला मलेरिया अधिकारी डा. सुनील संडूजा ने बताया कि डेंगू-मलेरिया पाजिटिव आने पर मरीज के घर के आसपास फोगिग व एंटी लार्वा एक्टिविटी स्वास्थ्य विभाग करता है। शहर में रूटीन फागिग का काम नगर निगम करता है। स्वास्थ्य विभाग फोगिग में इस्तेमाल होने वाली दवा (पायरेथ्रम) उपलब्ध कराता है। निगम को पत्र लिखा जा चुका है, लेकिन कोई दवा लेकर नहीं आया। फोगिग में लाएंगे तेजी
मेयर अवनीत कौर ने बताया कि निगम अपने स्तर पर फोगिग करा रहा है। पार्षदों के सहयोग से इस कार्य में और तेजी लाई जाएगी। सामाजिक संगठनों की भी बैठक बुलाएंगे। स्वास्थ्य विभाग से सहयोग ले रहे हैं।