Kurukshetra Blood Bank; राहत भरी खबर, पीआरबीसी, प्लाज्मा, प्लेटलेट्स और ब्लड मिल सकेगा कुरुक्षेत्र एलएनजेपी अस्पताल में

हरियाणा के कुरुक्षेत्र के सिविल अस्‍पताल के सरकारी ब्लड बैंक को ब्लड कंपोनेंट मशीन चलाने का लाइसेंस मिल गया है। मेडिकल कालेज में स्टाफ की होगी दो-दो दिन का प्रशिक्षण। ब्लड कंपोनेंट रखने के लिए बैग की डिमांड भी भेजी।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 03:51 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 03:51 PM (IST)
Kurukshetra Blood Bank; राहत भरी खबर, पीआरबीसी, प्लाज्मा, प्लेटलेट्स और ब्लड मिल सकेगा कुरुक्षेत्र एलएनजेपी अस्पताल में
कुरुक्षेत्र एलएनजेपी अस्पताल ब्लड बैंक में मशीन।

कुरुक्षेत्र, [विनीश गौड़]। डेढ़ साल बाद सरकारी ब्लड बैंक को कंपोनेंट मशीन चलाने का लाइसेंस मिल गया है। अब मरीजों को पीआरबीसी, प्लाज्मा, प्लेटलेट्स के लिए निजी ब्लड बैंक या बड़े संस्थानों की ओर तुरंत नहीं भागना पड़ेगा। कुछ ही दिन में एलएनजेपी अस्पताल ब्लड बैंक में मशीन शुरू हो जाएगी। मगर इससे पहले ब्लड बैंक स्टाफ को किसी भी मेडिकल कालेज में दो-दो दिन का प्रशिक्षण लेना होगा, जिसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही ब्लड कंपोनेंट को अलग-अलग रखने के लिए बैग की डिमांड भी बैंक प्रशासन की ओर से की जा चुकी है। ऐसे में मरीजों को अब ज्यादा दिन तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पीआरबीसी, प्लाज्मा और प्लेटलेट्स जैसा महंगा इलाज उन्हें सरकारी फीस में यहीं पर उपलब्ध हो जाएंगे।

डेंगू मलेरिया के सीजन में मरीजों को भागना पड़ता है दूसरे जिलों में

डेंगू मलेरिया के सीजन में कई तरह के वायरल के चलते मरीजों के प्लेटलेट्स घट जाते हैं। अगर समय रहते प्लेटलेट्स न चढ़ाए जाए तो मरीज की जान को भी जोखिम होता है। अब तक जिले में निजी अस्पतालों में ही प्लेटलेट्स उपलब्ध हो रहे थे। बहुत बार तो प्लेटलेट्स की बड़ी किट, जिसमें आठ से दस हजार तक प्लेटलेट्स होते हैं उस किट को भी चढ़ाना पड़ता है, जो 13 से 14 हजार रुपये की एक किट पड़ती है। मगर सरकारी अस्पताल में इसी सरकारी ही फीस होगी।

हर रोज 15 से 20 यूनिट की खपत

एलएनजेपी अस्पताल में हर रोज ब्लड की खपत 15 से 20 यूनिट की है। अस्पताल में दाखिल मरीजों को निशुल्क ब्लड उपलब्ध कराया जाता है, जबकि निजी अस्पताल में दाखिल मरीजों को 1500 रुपये की सरकारी फीस अदा करनी पड़ती है। जब ब्लड कंपोनेंट अलग-अलग होंगे तो एक रक्तदाता एक बार रक्तदान करके चार लोगों की जान बचा सकेगा।

माइनस 40 व 80 डिग्री सेल्सियस के डीप फ्रिजर भी पहुंचे

ब्लड बैंक में माइनस 40 से 80 डिग्री सेल्सियस के डीप फ्रिजर भी आ गए हैं। पहले ब्लड बैंक के पास माइनस दो डिग्री सेल्सियस तक ब्लड रखने के लिए डीप फ्रिजर थे जो अब कंपोनेंट रखने के लिए 40 से 80 डिग्री सेल्सियस तक के डीप फ्रिजर आ गए हैं।

मशीन को चलाने का लाइसेंस मिला : डा. विनोद तंवर

एलएनजेपी अस्पताल के पैथोलाजिस्ट डा. विनोद तंवर ने बताया कि ब्लड कंपोनेंट मशीन का लाइसेंस मिल चुका है। अब स्टाफ का मेडिकल कालेज में प्रशिक्षण कराना है। इसके साथ ही ब्लड कंपोनेंट रखने के लिए बैग की डिमांड भी कर दी गई है। जल्द ही मशीन को शुरू कर दिया जाएगा।

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