राहत भरी खबर: पिछले एक सप्ताह से नहीं हुई कैथल में कोरोना से मौत, 6 नए केस

कैथल के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर अब लगभग पूरी तरह से खत्‍म हो चुकी है। कैथल में एक सप्‍ताह से कोरोना संक्रमण से एक भी मौत नहीं हुई है। वहीं छह नए केस सामने आए।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Sat, 17 Jul 2021 03:19 PM (IST) Updated:Sat, 17 Jul 2021 03:19 PM (IST)
राहत भरी खबर: पिछले एक सप्ताह से नहीं हुई कैथल में कोरोना से मौत, 6 नए केस
कैथल में एक सप्‍ताह से कोरोना संक्रमण से एक भी मरीज की जान नहीं गई।

कैथल, जागरण संवाददाता। कोरोना के मामले में कैथल जिला पिछले एक सप्ताह से राहत भरी खबर लेकर आया है। पिछले एक सप्ताह से जिले में कोई मौत नहीं हुई है। कोरोना के केस भी एक सप्ताह में मात्र छह ही मिले हैं।14 मरीज स्वस्थ हुए हैं। बता दें कि पिछले करीब दो महीने से जिले में कोरोना के लगातार केस सामने आ रहे थे। अप्रैल व मई माह में तो कोरोना ने जमकर कहर बरपाया था। मई माह में तो कोरोना के एक दिन में 330 से भी ज्यादा केस एक दिन में सामने आए थे। स्थिति ये थी कि उस समय बेड भी अस्पतालाें में कम पड़ गए थे। आक्सीजन सिलेंडरों की कमी हो रही थी। पीएचसी व सीएचसी में रखे सिलेंडर भी सिविल अस्पताल लेकर आए गए थे। अब जुलाई माह में कोरोना बीमारी की रफ्तार कम हुई है।

अस्पतालों में संख्या रही नाममात्र

कोरोना संक्रमण कम होने के बाद सिविल अस्पताल में दाखिल मरीजों का भी आंकड़ा कम हो रहा है। अब कैथल में 17 मरीज ही दाखिल हैं। अब तक कोरोना बीमारी में 11 हजार 193 में से 10 हजार 832 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। जिला का रिकवरी रेट 96.07 प्रतिशत हो गया है। पाजिटिव केस भी नाममात्र ही आ रहे है। जिले में अभी तक तीन लाख 900 के करीब व्यक्तियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। पहली डोज में 56 हजार के करीब व दूसरी में 45 हजार वैक्सीन लगाई है।

कोरोना के केसों में कमी आई है। पिछले एक सप्ताह से कोई मौत नहीं हुई। रिकवरी रेट बेहतर आ रहा है। कोरोना की बीमारी को लेकर अभी भी लोगों को जागरूक रहने की आवश्यकता है। मास्क व सैनिटाइजर का विशेष ध्यान रखा जाए। दो गज की दूरी का ख्याल रखें। लोग वैक्सीन लगवाएं। वैक्सीन के द्वारा कोरोना से बीमारी से बचा जा सकता है। टीकाकरण जिले में करवाया जा रहा है। दो लाख 98 हजार 75 में से 87 हजार 77 के करीब सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।

डा. शैलेंद्र ममगाईं शैली, सिविल सर्जन कैथल

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