Pollution : मौसम ने दिलाई प्रदूषण से राहत, पराली जलाने की घटनाओं से आंख में होने लगी थी जलन
कुरुक्षेत्र में मौसम की वजह से प्रदूषण में सुधार हुआ है। दो दिन बारिश के बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार हुआ। बूंदाबांदी के बाद स्माग से राहत मिली। कुरुक्षेत्र में अब 55 पर एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंच गया है।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। धर्मनगरी में दो दिन हुई बूंदाबांदी ने पर्यावरण को शुद्ध और मौसम को सुहावना कर दिया है। इससे हवा में जहरीली गैसें कम होने पर रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के 253 के मुकाबले सोमवार को 39 अंक तक पहुंच गया है। इससे लोगों को सांस लेने के लिए शुद्ध हवा मिल रही है। मौसम सुहावना होने पर सुबह और शाम सड़कों और पार्कों में लोगों की चहल-पहल भी दिखने लगी थी। अब मंगलवार को भी एक्यूआई 55 रहा है। कृषि विशेषज्ञों ने दो दिन की बूंदाबांदी के बाद खेतों में खड़े फाने गीले होने पर अभी अगले दो तीन दिन तक फानों में आग की घटनाएं कम होेने की उम्मीद जताई है।
जिला भर में एक लाख 12 हजार हेक्टेयर में धान की फसल लगाई गई है। इसमें से करीब 70 फीसद में किसानों ने अगेती किस्म की धान लगाई थी, जिसकी कटाई कंबाइन से करवाई जा रही है। कंबाइन से फसल कटाई के बाद कुछ किसान फानों को आग के हवाले कर रहे हैं। पंजाब और प्रदेश भर में आग की घटनाएं बढ़ने पर पिछले सप्ताह से एक्यूआई का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। इससे हवा में जहरीली गैसों की मात्रा बढ़ने लगी थी और शाम होते ही आसमान में स्माग दिखने लगा था।
लोग करने लगे थे आंखों में जलन की शिकायत
स्माग लगातार बढ़ने पर लोग आंखों में जलन की शिकायत करने लगे थे। इतना ही नहीं एक्यूआई का स्तर 200 से ऊपर पहुंचने पर सांस के रोगियों को भी सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी। इससे बचने के लिए पिछले कई दिनों शाम के समय लोगों ने घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया था। चिकित्सकों ने भी लोगों को घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी थी।
पिछले सप्ताह भर की एक्यूआई की डिटेल
तिथि सूचकांक
19 अक्टूबर - 55
18 अक्टूबर - 39
17 अक्टूबर - 253
16 अक्टूबर - 233
15 अक्टूबर - 173
14 अक्टूबर - 170
13 अक्टूबर - 164
रविवार और सोमवार को हुए 13 एमएम बारिश
कुरुक्षेत्र में रविवार और सोमवार को औसत 13 एमएम बारिश हुई है। इसमें पिहोवा में 25 एमएम, शाहाबाद में 23, इस्माईलाबाद 14, लाडवा और बाबैन में 7-7 एमए बारिश हुई है।
एक्यूआइ
0-50 - स्वास्थ्य के लिए अच्छा
51-100 - संतोषजनक
101-200- मध्यम
201-300 - घटिया
301-400- बहुत खराब
401-500- गंभीर
एक्यूआइ 100 से नीचे रहना स्वास्थ्य के लिए बेहतर
ग्रीन अर्थ संगठन के संरक्षक डा. नरेश भारद्वाज ने बताया कि एक्यूआइ 100 से नीचे रहने पर मनुष्य सांस लेने में अच्छा महसूस करता है। इस सूचकांक तक शुद्ध हवा फेफड़ों तक पहुंचती है, जिससे व्यक्ति को सुकून मिलता है। हवा में प्रदूषण का अधिक होते ही एक्यूआइ सूचकांक बढ़ने लगता है। एक्यूआइ का स्तर बढ़ने पर मनुष्य को कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।