सीबीएसई की राह पर हरियाणा बोर्ड, विद्यार्थियों को दी राहत, 40 फीसद सवाल बहुविकल्‍पीय

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की तर्ज पर अब हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड चल पड़ा है। अब पेपर पैटर्न में बदलाव देखने को मिलेगा। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने बहु विकल्‍पीय प्रश्‍नों में इजाफा करने का फैसला किया हुआ है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 14 Jan 2021 05:45 PM (IST) Updated:Thu, 14 Jan 2021 05:45 PM (IST)
सीबीएसई की राह पर हरियाणा बोर्ड, विद्यार्थियों को दी राहत, 40 फीसद सवाल बहुविकल्‍पीय
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने बहुविकल्‍पीय प्रश्‍नों को लेकर फैसला लिया।

पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। कोरोना महामारी के कारण हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (एचबीएसई) ने सीबीएसई की तर्ज पर 40 फीसदी तक अंक बहु विकल्प प्रश्नों के आधार पर करने का निर्णय लिया है। इससे हरियाणा बोर्ड से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए बड़ी राहत मिलेगी। इससे पहले हरियाणा बोर्ड 30 फीसदी सिलेबस कम कर चुका हैं। नए पैटर्न को लेकर विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए स्कूल प्रिंसिपल विद्यार्थियों को व्यावहारिक जानकारी दे रहे हैं, जिससे परीक्षा में विद्यार्थी परेशान ना हो।

गौरतलब है कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने कोविड-19 के दौरान आनलाइन परीक्षा करवाई थी। जो बहु विकल्प प्रश्नों पर आधारित थी। जिसका परिणाम सार्थक रहा। अब नया बदलाव उसी को आधार मानकर किया जा रहा है। जिसके तहत 10वीं, 12वीं कक्षा के साथ-साथ 9वीं व 11वीं की कक्षाओं में भी बहु विकल्प प्रश्नों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। लेकिन 30 फीसदी सिलेबस कम करने के बाद तय 70 फीसदी सिलेबस के तहत इस नए सिस्टम पर विचार किया जा रहा है।

ऐसे होगा बदलाव

10वीं व 12वीं में अंग्रेजी विषय का प्रश्न पत्र का पहला भाग 40 अंकों को होता है, उसे ही बहु विकल्प प्रश्नों के आधार पर बनाया जाएगा। इसी तरह से हिंदी में भाग अ भी 40 अंक का होता है। इन्हीं के तर्ज पर अन्य विषयों में भी बच्चों को बहु विकल्प प्रश्नों के माध्यम से राहत देने की योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा अधिकांश प्रतियोगी परीक्षाएं बहु विकल्प प्रश्नों के आधार पर होती है। ऐसे में बोर्ड प्रशासन की योजना है कि बच्चों को इसके लिए पहले से ही तैयार किया जाए। साथ ही भविष्य में कोविड-19 जैसी महामारी की स्थिति में आनलाइन परीक्षाएं ली जा सके। इसके लिए बोर्ड पहले से ही तैयारियों में जुटा हुआ है।

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से बोर्ड परीक्षाओं के साथ-साथ 9वीं व 11वीं कक्षाओं के प्रश्न पत्रों में 40 फीसदी अंक तक बहु विकल्प करने पर विचार चल रहा है। ऐसा होने पर विद्यार्थियों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा।

अरुण आश्री, डीईओ, कुरुक्षेत्र।

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