पढि़ए पानीपत शहर की शिक्षा से जुड़ीं खबरें

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आठ छात्रों का सम्मान किया गया। दीपक प्रवीण करण गगन अफरोज हन्नी आकाश एवं विजय ने सेक्टर 25 स्थित ऑटो मोबाइल कंपनी में प्रशिक्षण प्राप्त किया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 08:15 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 08:15 PM (IST)
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राजकीय विद्यालय में आठ छात्रों का सम्मान किया

जासं, पानीपत : तहसील कैंप स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आठ छात्रों का सम्मान किया गया। दीपक, प्रवीण, करण, गगन, अफरोज, हन्नी, आकाश एवं विजय ने सेक्टर 25 स्थित ऑटो मोबाइल कंपनी में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। स्कूल प्रिसिपल अनीता बठला ने कहा कि इस तरीके से प्रशिक्षण लेने से भविष्य में रोजगार को लेकर दिक्कत नहीं आती। इस दौरान डा. जोगेंद्र सिंह, डा. आरके गर्ग, सीमा, रेशमा, प्रियंका, आराधना, संजीव व ओमप्रकाश मौजूद रहे।

आर्य कॉलेज में लिटरेचर रिव्यू की दी जानकारी

जासं, पानीपत : आर्य कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा लिटरेचर रिव्यू पर एक दिवसीय सेमिनार कराया गया। अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. सतबीर सिंह ने प्रोग्राम के बारे में विस्तार से बताया। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा से अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो.मनोज सिवाच ने ऑनलाइन बताया कि लिटरेचर रिव्यू की संरचना किस प्रकार की जाती है। लिटरेचर रिव्यू को किस तरह व्यवस्थित करना चाहिए। थीसिस में, रिसर्च पेपर में रेफरेंस किस तरह लिखना चाहिए।

इससे पहले प्रो. पकंज चौधरी ने कार्यक्रम की शुरुआत की। वाइस प्रिंसिपल डा. सतोष टिक्कू ने भी विचार रखे। डा. रजनी शर्मा ने रिपोर्ट प्रस्तुत की। विभिन्न कॉलेजों व विश्वविद्यालयों से प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में ऑनलाइन भाग लिया। इस अवसर पर प्रो. रमेश सिगला, प्रो.अंजू मलिक, डा. वर्षा कालीरमन, प्रो. कीर्ति, प्रो. करिश्मा, प्रो. विकास काठपाल, प्रो. प्रिया शर्मा व हिना मौजूद रहे।

धरोहर के प्रति रहें जागरूक

जासं, पानीपत : आइबीएल पब्लिक स्कूल में विश्व धरोहर दिवस मनाया गया। बच्चों को ऑनलाइन विरासत की कुछ तस्वीरें दिखाई गई। साथ ही इनका महत्व भी बताया गया। स्कूल की प्रिसिपल सोनिया चावला ने कहा कि विश्व धरोहर दिवस की संवेदनशीलता व महत्व को समझना जरूरी है। बीता हुआ समय वापस नहीं आता, लेकिन उस काल में बनी इमारतें और साहित्य हमेशा उसे सजीव रखते हैं। अपनी संस्कृति, इतिहास से परिचित होने के साथ हमें धरोहर की सुरक्षा के प्रति भी जागरूक रहना चाहिए।

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