नेशनल मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रणवीर ने दो और वीरेंद्र ने एक पदक जीता
जिले के दो एथलीटों ने तीसरी मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तीन पदक जीते। यह प्रतियोगिता उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 27 से 30 नवंबर को हुई। कोरोना को मात देकर उग्राखेड़ी गांव के 70 वर्षीय वीरेंद्र मलिक ने जैवलिन थ्रो में कांस्य पदक जीता।
जागरण संवाददाता, पानीपत : जिले के दो एथलीटों ने तीसरी मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तीन पदक जीते। यह प्रतियोगिता उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 27 से 30 नवंबर को हुई। कोरोना को मात देकर उग्राखेड़ी गांव के 70 वर्षीय वीरेंद्र मलिक ने जैवलिन थ्रो में कांस्य पदक जीता। कोरोना की बीमारी के कारण उनका दो महीने खेल का अभ्यास छूट गया था। माछरौली गांव के रणवीर सिंह रुहल ने ट्रिपल जंप में रजत औरपोल वाल्ट में कांस्य पदक जीता। इस प्रतियोगिता में उग्राखेड़ी गांव के इंद्र मलिक ने भी डिस्कस व हैमर थ्रो में अच्छा प्रदर्शन किया। विजेता एथलीटों को ग्रामीणों ने बधाई दी। वीरेंद्र दिल की बीमारी से जूझते हुए जीत चुके हैं सात पदक
शिक्षा विभाग से एईओ पद से सेवानिवृत वीरेंद्र मलिक दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि वर्ष 1999 और फिर 2007 में उन्हें हृदयाघात हो गया था। डाक्टरों ने सलाह दी थी कि खेल को छोड़ दें। अन्यथा दिक्कत हो जाएगी। इसकी परवाह न करते हुए उन्होंने खेलों का अभ्यास जारी रखा। वह नेशनल मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सात पदक जीत चुके हैं। जैवलिन थ्रो में एक स्वर्ण, एक रजत, एक कांस्य, डिस्कस थ्रो में दो रजत और दो कांस्य पदक जीत चुके हैं। अब वह विश्व मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की तैयारी में जुटे हैं। रणवीर सिंह जीत चुके हैं आठ पदक
किसान रणवीर सिंह खालसा कालेज करनाल के लांग जंप, ट्रिपल जंप और पोल वाल्ट गेम्स में बेस्ट एथलीट रह चुके हैं। वह कबड्डी के भी बेहतरीन खिलाड़ी रह चुके हैं। रणवीर ने बताया कि पारिवारिक जिम्मेदारी के कारण उन्हें खेल छोड़ना पड़ा था। वह सात साल से मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग ले रहे हैं। उनका लक्ष्य विश्व मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने का है। इसकी वह तैयारी कर रहे हैं। इससे पहले भी रणवीर सिंह नेशनल मास्टर एथलेटिक्स प्रतियोगिता में ट्रिपल जंप, लांग जंप व पोल वाल्ट में दो स्वर्ण, एक रजत और पांच कांस्य पदक जीत चुके हैं।