हरियाणा के सरकारी कालेजों की रैंकिग जारी, अंबाला को झटका, टाॅप टेन में एक भी नहीं

उच्‍च शिक्षा विभाग ने हरियाणा के कॉलेजों की सूची जारी कर दी। इस सूची में शामिल टॉप टेन कॉलेजों में एक भी कॉलेज अंबाला का शामिल नहीं है। अंबाला में हैं पांच सरकारी कालेज रैंकिंग में काफी पिछड़े। कालेजों की नैक मान्यता भी नहीं इसके लिए चल रहा प्रोसेस।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 09:44 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 10:57 AM (IST)
हरियाणा के सरकारी कालेजों की रैंकिग जारी, अंबाला को झटका, टाॅप टेन में एक भी नहीं
टॉप टेन कॉलेजों की सूची में अंबाला का कोई कॉलेज नहीं।

अंबाला, जागरण संवाददाता। उच्चतर शिक्षा विभाग ने हरियाणा के सभी 157 कालेजों की रैंकिंग जारी कर दी है। हर कालेज को विभिन्न स्तर पर चेक किया गया है, जिसके बाद इनको रैंकिंग दी गई है। अंबाला में पांच कालेज हैं, लेकिन इन में एक भी कालेज टाप टेन में शामिल नहीं है। इन कालेजों को अलग-अलग स्टार रेटिंग भी दी गई है। किस क्षेत्र में कालेज का क्या स्टेटस है, उसको लेकर स्टार रेटिंग जारी कर दी है।

अंबाला में पांच राजकीय कालेज हैं। यह कालेज अंबाला कैंट, अंबाला शहर, साहा, शहजादपुर, नारायणगढ़ में हैं। इन में से अंबाला शहर में महिला कालेज है। इन कालेजों के समेत प्रदेश के सभी 157 कालेजों को रैंकिंग दी है। यह रैंकिंग कालेजों की परफारमेंस पर जारी की गई है।

आनलाइन एडमिशन शुरु होने वाले हैं, ताकि विद्यार्थी इन सरकारी कालेजों की रेटिंग देखकर आवेदन कर सकें। यह रेटिंग क्वालिटी एजुकेशन, प्लेसमेंट, इनफ्रास्ट्रक्चर और कम्यूनिटी एंगेजमेंट के आधार पर दी गई है। इस में अंबाला कैंट के राजकीय कालेज को 11वीं रैकिंग मिली है। इसी तरह राजकीय कालेज नारायणगढ़ को 52वीं, राजकीय कालेज साहा को 120वीं, राजकीय कालेज शहजादपुर को 92वीं तथा राजकीय कालेज अंबाला शहर को 103वीं रैंकिंग मिली है।

राजकीय कालेज सेक्टर एक पंचकूला को पहला व राजकीय कालेज कालका को दूसरा तथा राजकीय कालेज सेक्टर चौदह पंचकूला को तीसरा स्थान हासिल हुआ है। इन तीनों कालेजों की ओवरआल परफारमेंस को सिक्सा स्टार रेटिंग दी गई है। अंबाला कैंट के कालेजों को टू स्टार से लेकर फाइव स्टार तक की रेटिंग हासिल हुई है।

दूसरी ओर इस सर्वे में उच्चतर शिक्षा विभाग ने सरकारी कालेजों की रैंकिंग तो जारी कर दी है, लेकिन सरकार से अनुदान प्राप्त कालेजों या फिर निजी कालेजों को इस रैंकिंग में शामिल ही नहीं किया है। इन कालेजों की संख्या भी प्रदेश में अच्छी खासी है।

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